नवादा : जिले के किऊल-गया रेलखंड दोहरीकरण का अंतिम चरण पूरा हो गया । छह फरवरी से नवादा से तिलैया तक डबल रेललाइन पर ट्रेनें दौड़ती दिखेंगी। इसके साथ ही किऊल से गया तक डबल रेललाइन पर निर्बाध रेल यात्रा शुरू हो जायेगी। नये रेल पटरियों पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल का काम संपन्न किया जा चुका है। इसके पूर्व डीजल ट्रायल इंजन से ट्रायल किया गया था।
बता दें कि किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण की शुरुआत 2016 में हुई थी और इसे मार्च 2022 में पूरा करना था। हालांकि, दो साल देर से ही सही दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है। इस दौरान किऊल गया रेलखंड पर ट्रेनों में सफर सफर करने वाले यात्रियों को निरंतर सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है। रेल विभाग की ओर से दोहरी पटरी पर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने की तैयारी चल रही है। बता दें कि किउल-गया रेलखंड पर 129 किमी मानपुर से लखीसराय स्टेशन तक दोहरीकरण कार्य पिछले आठ साल से चल रहा है। अब यह पूरा हो गया है।
11 दिन पहले डीजल इंजन नये ट्रैक का हुआ ट्रायल
नवादा स्टेशन से तिलैया जंक्शन तक दोहरीकरण कार्य पूरा होने के बाद ग्यारह दिन पहले डीजल इंजन नये ट्रैक का ट्रायल किया गया था और इसके बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल किया गया। इसके तहत नये ट्रैक पर 120 किमी की रफ्तार से ट्रायल इंजन दौड़ी। यातायात निरीक्षक की देखरेख में इस ट्रैक पर दो टर्म अप और डाउन ट्रायल किया गया।
15 मिनट में यात्रा पूरी
ट्रायल के दौरान नये ट्रैक पर फुल स्पीड में ट्रेन ट्रायल इंजन को चलाया गया था। जानकारी के अनुसार, ट्रायल इंजन ने महज 15 मिनट में दूरी तय कर लिया। सफलतापूर्वक ट्रायल के बाद यह उम्मीद जग गयी है कि अब शीघ्र ही केजी रेलखंड पर दोहरे ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन निर्बाध रूप से हो सकेगा।
पांच फरवरी को सीआरएस का होना है निरीक्षण
पांच फरवरी को सीआरएस का इंस्पेक्शन होगा। नवादा तिलैया रेलखंड का दोहरीकरण पूरा हो गया है। बारी-बारी से बाकी सारे काम को अंजाम दिया जा रहा है। पहले डीजल इंजन से ट्रायल हुआ था. फिर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल किया गया है। ट्रायल सफल रहा और अब पांच फरवरी को सीआरएस का इंस्पेक्शन होगा।
छह फरवरी से नवादा तिलैया के बीच दोहरी रेललाइन पर ट्रेन चलने लगेगी। बता दें कि किउल-गया रेलखंड पर वारिसलीगंज से नवादा स्टेशन तक 19 किमी दोहरीकरण कार्य पूरा होने के बाद पिछले साल ही परिचालन शुरू हो गया था। इसके बाद अब नवादा से तिलैया स्टेशन तक मात्र 18 किमी. तक दोहरीकरण होना शेष रह गया था जो अब पूरा हो गया है। इसे पूरा हो जाने के बाद इस रूट की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी और इस पर कई नई गाड़ियों का परिचालन संभव हो सकेगा। रेल पटरी के दोहरीकरण कार्य पूरा हो जाने के बाद कई नई ट्रेन चलने के आसार हैं।
कहते हैं पदाधिकारी
नवादा से तिलैया जंक्शन 18 किलोमीटर दोहरीकरण का काम पूर्ण कर लिया गया है। स्पीड ट्रायल भी हो चुका है। अब पांच फरवरी को सीआरएस होगी और इसके बाद दोनों पटरियों पर ट्रेन चलने शुरू हो जायेगा।
भईया जी की रिपोर्ट