पटना/संवाददाता। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को सर्वोत्तम पवित्र पर्व माना जाता है। शुद्धता और श्रद्धा के प्रतीक छठ में प्रसाद से लेकर तमाम क्रियाओं में खास सावधानी बरती जाती है। सूर्य की आराधना के इस पर्व में खान-पान, संयम साधना का अनूठा मिश्रण होता है। इसके लिए जरूरी है कि जो भी घर में खाद्य सामग्री बने उसमें शुद्धता हो। पुरानी परंपराओं के अनुसार लोग पूजा करते हैं। इसके लिए आटा चक्की से गेहूं पिसाना और फिर उसी पिसे हुए आटा से प्रसाद खरना के वक्त बनाया जाता है। इसके साथ ही प्रसाद का ठेकुआ भी इसी आटा से बनाया जाता है।
आज के भागदौड़ के जीवन में दैनिक प्रयोग के लिए गेहूं खरीद कर आटा पिसाने का चलन खत्म होता जा रहा है और लोग रेडीमेड पैकेट का आटा खरीद कर खा रहे हैं। लेकिन, छठ पूजा के समय आटा चक्की पर पिसा आटा ही प्रयोग किया जाता है। लेकिन अपना चक्की ने व्रतियों को गेहूं खरीद कर धोने, सुखाने और पिसाने के मेहनत से मुक्त कर शुद्ध आटा उपलब्ध कराने की पहल की है।
अपनाचक्की द्वारा छठ महापर्व के लिए “छठ स्पेशल आटा” उपलब्ध कराया जा रहा है। छठ व्रतियों के लिए पौराणिक मान्यताओं के निर्वहन को सुगम बनाने के लिए अपनाचक्की हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी वृहद पैमाने पर छठ स्पेशल आटा (सात्विक आटा) बिहार वासियों को उपलब्ध कराने का अनूठा आयोजन कर रहा है। समर्पित सेवकों द्वारा पूरी निष्ठा, नियम व श्रद्धा भाव से पूर्ण शुद्धता का पालन करते हुए छठ के निमित्त गेंहू की साफ सफाई कर व धो-सुखा कर शुद्ध एवं पारंपरिक चक्कियों में पीस कर छठ सात्विक आटा छठ व्रतियों को उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है।
विदित हो कि अपनाचक्की विगत पांच वर्षो से अपने नेचुरल व उत्कृष्ट उत्पाद शरबती गेंहू आटा, चना सत्तू , चना दाल बेसन एवं शुद्ध देशी मसाले अभी तक पटना वासियों को उपलब्ध करा रहा है। इन उत्पादों को उपभोग्ताओ से मिले अपार समर्थन के बाद कंपनी हरिनारायण आहार प्राइवेट लिमिटेड अपने ब्रांड “अपनाचक्की” व अन्य उत्पादों को पूरे बिहारवासियों को उपलब्ध कराने की वृहत् योजना रखता है, कंपनी का मूल उद्देश्य अपने सभी उत्पादों को पारंपरिक तरीके से तैयार कर बिना किसी प्रिजर्वेटिव मिलाये उपभोक्ता को उपलब्ध कराना है।