Patna: लालू प्रसाद यादव के बयान ने फिर से एक बार सियासी तापमान बढ़ा दिया है।लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने विधान परिषद में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कहा कि मुसलमानों को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए। लालू के इस बयान को लेकर बिहार की सियासत में नया विवाद छिड़ गया है। बीजेपी ने लालू के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि मुसलमानों को किसी भी हाल में स्पेशल आरक्षण नहीं मिलेगा।
राजद सुप्रीमो ने चल दिया बड़ा दांव
राजद सुप्रीमो ने तीसरे चरण की वोटिंग के बीच मुसलमानों को पूरा आरक्षण देने की वकालत कर एक बड़ा दांव चल दिया है। मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए लालू ने कहा कि बीजेपी के लोग जंगलराज की बात कहकर लोगों को भड़का रहे हैं और ये भी कहा कि बीजेपी के लोग हार के डर से इतने खौफ में हैं कि लोगों को अब भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। ये लोग तो संविधान और लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। देश की जनता के जेहन में यह सारी बातें आ चुकी हैं। लालू ने कहा कि देश के मुसलमानों को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए।
मुसलमानों को पूर्ण आरक्षण की कर दी मांग
लालू के इस बयान पर दोनों डिप्टी सीएम ने डबल अटैक किया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने आज खुद अपने मुंह से कहा है कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। लेकिन हमलोग इसका विरोध करते हैं। अतिपिछड़ा, दलित, पिछड़े समाज और सवर्ण गरीबों का आरक्षण भारतीय जनता पार्टी किसी भी हाल में खत्म नहीं होने देगी। लालू प्रसाद कितनी भी कोशिश कर लें, मुसलमानों को विशेष आरक्षण नहीं मिलेगा।
मुस्लिमों वोट के तुष्टीकरण कर रहे कोशिश
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद मुसलमानों को आरक्षण देने का नहीं बल्कि मुस्लिमों वोट के तुष्टीकरण की बात कह रहे हैं। अगर लालू प्रसाद को उग्रवादी, आतंकवादी और अपराधी से भी वोट मिलेगा तो उसको भी आरक्षण के दायरे में ला देंगे। ये लोग बिहार के दलितों, महादलितों और गरीबों के अधिकार का हनन करने वाले लोग हैं। ऐसे लोगों से बिहार को मुक्त करना जरूरी है।
शिवम प्रेरणा की रिपोर्ट