समस्तीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र स्थित शादीपुर गांव में बीती देर शाम एक भाजपा नेता की अंधाधुंध फायरिंग की हत्या कर दी गई। इस हत्या को मृतक भाजपा नेता रूपक सहनी के परिजनों ने दारू माफिया द्वारा अंजाम दिये जाने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि रूपक उनके अवैध शराब धंधे का विरोध करता था। इन माफियाओं को पुलिस का भी संरक्षण मिला हुआ था। हत्या के बाद एसपी अरविंद प्रताप सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे जांच में जुट गए। खबर है कि एसपी ने इस कांड को लेकर खानपुर के थानाध्यक्ष को लापरवाही के आरोप में निलंबित करते हुए घटना की एसआईटी जांच का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार वारदात के वक्त भाजपा के खनपुर बूथ अध्यक्ष रूपक सहनी मंदिर के पास स्थित एक दुकान में बैठे थे। तभी 3-4 की संख्या में बदमाश वहां पहुंचे और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां बरसाने के बाद अपराधी वहां से पैदल ही भाग निकले। इस हमले के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और लोगों की भीड़ घटनास्थल पर उमड़ पड़ी। गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। घायल रूपक सहनी को स्थानीय लोगों ने तुरंत खानपुर सीएचसी पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर काफी मात्रा में खून पसरा हुआ था और वहां खून में सने आधा दर्जन से अधिक खोखा पुलिस को पड़े मिले। पुलिस ने इस सिलसिले में दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। घटनास्थल से एफएसएल टीम ने भी नमूने एकत्रित किए हैं।
एसपी ने कहा कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों की धरपकड़ के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया है और कार्रवाई की जा रही है। बताया गया है कि घटना के समय भाजपा नेता शादीपुर घाट स्थित अपनी कंप्यूटर दुकान पर बैठे हुए थे। इसी दौरान हमलावर बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचे थे और आते ही गोलियां चलाने लगे। हमलावरों ने बेहद नजदीक से कई गोलियां दागीं, जिससे रूपक गंभीर रूप से जख्मी होकर दुकान में ही गिर पड़े। बताया जा रहा है कि रूपक के शरीर में पांच से छह गोलियां लगी थीं। रूपक सहनी, भाजपा जिला आईटी सेल के संयोजक दीपक सहनी के छोटे भाई थे। वह खुद भी भाजपा के बूथ अध्यक्ष थे। फिलहाल पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है और हमलावरों की पहचान में जुटी हुई है। इस सनसनीखेज हत्या के बाद शादीपुर घाट और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल बना हुआ है।