बाढ़ : बिहार में सत्ता गठन को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। जद(यू) विधायक दल की अहम बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर विधायक दल का नेता चुन लिया गया। वहीं, बीजेपी विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता के रूप में चुना गया है। एनडीए के पांच घटक दलों की संयुक्त बैठक दोपहर 3.30 बजे आयोजित होगी, जिसमें सरकार गठन की अंतिम रूपरेखा तय की जाएगी।
85 सीटों के साथ जद(यू) की बड़ी जीत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जद(यू) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल 85 सीटों पर जीत हासिल की है। इसी सफलता के बाद पार्टी ने फिर से नीतीश कुमार पर भरोसा जताते हुए उन्हें विधायक दल का नेता चुना।
20 नवंबर को 10वीं बार CM पद की शपथ
नीतीश कुमार 20 नवंबर 2025 को दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर देश में एक नया राजनीतिक इतिहास रचेंगे। शपथ ग्रहण समारोह पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य तरीके से आयोजित होगा। प्रधानमंत्री, कई केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार अपने दो डिप्टी सीएम और लगभग 20 मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे।
BJP विधायक दल ने सम्राट चौधरी को ‘हिट और फिट’ बताया
बीजेपी विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को फिर से नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता पद के लिए चुना गया। माना जा रहा है कि दोनों नेता नये कार्यकाल में भी उप मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार की कैबिनेट में शामिल होंगे। केंद्रीय पर्यवेक्षक केशव प्रसाद मौर्य ने इस जोड़ी को “हिट और फिट” बताया। सम्राट चौधरी इस बार मुंगेर जिले की तारापुर सीट से जीते हैं, जबकि विजय सिन्हा ने लखीसराय सीट से लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की है।
नीतीश कुमार की शपथ ग्रहण यात्रा: पहली से दसवीं बार तक
पहली बार – 03 मार्च 2000
दूसरी बार – 24 नवंबर 2005
तीसरी बार – 26 नवंबर 2010
चौथी बार – 22 फरवरी 2015
पाँचवीं बार – 20 नवंबर 2015
छठी बार – 27 जुलाई 2017
सातवीं बार – 16 नवंबर 2020
आठवीं बार – 10 अगस्त 2022
नौवीं बार – 28 जनवरी 2024
दसवीं बार – अब 20 नवंबर 2025
दसवीं बार शपथ लेकर नीतीश कुमार देश के उन चंद नेताओं में शामिल हो जाएंगे जिन्होंने इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए निरंतर राजनीतिक स्थिरता और नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट