बिहार चुनाव में पहले चरण की रिकॉर्ड वोटिंग के बाद अब दूसरे चरण के लिए बयानों की जंग तेज हो गई है। पीएम मोदी, अमित शाह, तेजस्वी और राहुल गांधी आज बिहार में कई रैलियां कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज शुक्रवार को जमुई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जहां पहले फेज की रिकार्ड वोटिंग पर प्रसन्नता व्यक्त की, वहीं उन्होंने राजद पर जमकर निशाना साधा। भाषण देते हुए शाह ने कहा कि एक जमाने में पूरा जमुई लाल खून और लाल आतंक से सना हुआ था। यहां नक्सलवादियों ने अपना अड्डा बना रखा था जिससे इस क्षेत्र पर उनका कब्जा था। यहीं 150 नक्सलियों में धनबाद-पटना एक्सप्रेस को हाईजैक किया और 3 यात्रियों की हत्या कर दी थी। लेकिन ये मोदी जी और बिहार की नीतीश सरकार का ही कमाल है कि पूरे बिहार से नक्सलवाद का आज सफाया हो चुका है।
राजद के जंगलराम में बिहार के कुछ जिले ऐसे थे, जहां 3 बजे तक ही मतदान होता था। यहां का चोरमारा गांव, जो मुंगेर-जमुई बॉर्डर पर है, वो 25 साल के बाद नक्सलमुक्त हुआ है। लालू-राबड़ी के शासन में उगाही के लिए कुछ लोग कट्टा लेकर आ जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है और एनडीए शासन में लोग निडर तथा निर्भय होकर अपने काम करते हैं। चुनावी रैली में मंच पर अमित शाह के साथ उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, विद्यायक शलभ मणि त्रिपाठी के अलावा जमुई, झाझा, सिकंदरा और चकाई के एनडीए प्रत्याशी मौजूद रहे। एनडीए गठबंधन इस जनसभा को चुनावी प्रचार का बड़ा अवसर मान रहा है।
जमुई जिले की चारों विधानसभा सीटों पर एनडीए का कब्जा है। इस चुनाव में भी एनडीए ने पुराने चेहरे पर ही भरोसा जताया है। यहां बता दें कि चकाई सीट से सुमित कुमार सिंह ने 2020 का चुनाव बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता था। लेकिन, उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन दिया था। इस बार सुमित कुमार सिंह को जदयू ने टिकट दिया है। इधर, गृह मंत्री के कार्यक्रम को लेकर इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जमुई से श्रेयसी सिंह, झाझा से दामोदर रावत, सिकंदरा से प्रफुल्ल मांझी और चकाई से सुमित कुमार सिंह एनडीए के उम्मीदवार हैं। जनसभा के बाद गृहमंत्री शाह ने जमुई में एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा भी की।