मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद यहां का चुनाव एनडीए के लिए काफी क्रिटिकल हो चुका है। यही कारण है कि बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के जेल जाने के बाद यहां आज केंद्रीय मंत्री राजीव कुमार सिंह उर्फ ललन सिंह ने खुलकर कमान थाम ली और मैदान में उतर गए। आज ललन सिंह ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में सघन दौरा कर अनंत सिंह के लिए जमकर प्रचार किया। मोकामा नगर परिषद और पंडारक के दर्जनों ग्रामों में वे अनंत सिंह के समर्थन में वोट मांगने गए। इस दौरान उन्होंने दुलारचंद हत्याकांड को एक बड़ी साजिश बताया और कहा कि सुशासन की सरकार निष्पक्षता के साथ इस कांड की जांच कर रही है। जल्द ही सारी साजिश का खुलासा हो जाएगा।
मोकामा का चुनाव कितना अहम हो गया है, इसकी झलक इसी से मिल जाएगी कि खुद ललन सिंह अब मैदान में उतरे हैं। मोकामा में भूमिहार वोट के साथ ही ईबीसी वोट भी एनडीए को मिलता रहा है। ललन सिंह भूमिहार वोट को तो गोलबंद कर ले जायेंगे, लेकिन खबर है कि ईबीसी वोट को साधने के लिए एनडीए यहां सम्राट चौधरी को भी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। पंडारक में ललन सिंह ने कहा कि यहां एनडीए के खिलाफ षडयंत्र करने की कोशिश की गई है। ऐसे में अब हम सब का यह दायित्व है कि हर एक व्यक्ति अनंत सिंह बनकर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि जब वे यानी अनंत सिंह बाहर थे तब हमारी जिम्मेवारी कम थी। लेकिन अब जब वे यहां नहीं हैं तब हमने उनके चुनाव प्रचार की जिम्मेवारी थाम ली है। अब आप लोग भी अपनी जिम्मेदारी को समझ लीजिए और किसी भ्रम में मत रहिए।
ललन सिंह के साथ आज चुनाव प्रचार में अनंत सिंह के बेटे भी मंच पर मौजूद थे। मोकामा में भूमिहार और यादव वोटरों का अच्छा खासा प्रभाव है। उसके बाद यहां धानुक भी अच्छी तादाद में हैं। अनंत सिंह की जीत के लिए भूमिहार वोटरों का साथ जरूरी है, और ललन सिंह का खुलकर मैदान में साथ आना इस समीकरण को मजबूत कर सकता है। कारण ये है कि ललन सिंह के खिलाफ आरजेडी ने सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को उतारा है। वीणा देवी भी भूमिहार जाति से हैं। ऐसे में अगर भूमिहार वोट बंटा तो वीणा देवी यादव और भूमिहार वोटों की बदौलत फायदे की स्थिति में होंगी। वहीं सेफ चलने के लिए और धनुक वोटरों को अपने साथ जोड़े रखने के लिए एनडीए यहां भाजपा नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को भी अनंत सिंह के लिए मैदान में उतारने की सोच रही है।