पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने 12 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के आमने-सामने होने पर बड़ा बयान देते हुए आरजेडी से सवाल किया कि आप कांग्रेस की सीटों पर अपने उम्मीदवार कैसे लड़ा सकते हैं? यह पूरी तरह गलत है। पप्पू यादव ने कहा कि मैं पहले से बोल रहा हूं कि फ्रेंडली फाइट का कोई औचित्य नहीं। इसका गलत मैसेज जा रहा है। एक-दो ही क्यों…जो सीट कांग्रेस की है उसपर RJD कैसे फाइट कर रही है? क्यों आप इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे? यह तो गलत है। पप्पू यादव ने महागठबंधन में राजद समेत सभी घटक दलों को फ्रेंडली सीट वाली अपने—अपने प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की बात कही।
इसके बाद पप्पू ने यह भी कहा कि महागठबंधन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़े। पप्पू यादव से जब मीडिया ने 12 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के आमने-सामने होने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि घटक दलों को अपने प्रत्याशी वापस लेने चाहिए। इसके बाद महागठबंधन में सब कुछ ठीक हो जाएगा। हमारे नेता राहुल गांधी इसके लिए हर कुर्बानी को देने को तैयार हैं। इसके साथ ही पप्पू ने कहा कि कल 23 अक्टूबर को महागठबंधन की होने वाली ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में घटक दलों द्वारा सारी बातें साफ की जानी चाहिए और हर परिस्थिति में बिहार बचाया जाए। उन्होंने कहा कि जनता भी यही चाह रही।
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में दलित हो या उच्च जाति के लोग, सभी राहुल गांधी के संघर्ष में विश्वास रखते हैं। एनडीए में मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार नहीं हैं। हमारे महागठबंधन से भी मुख्यमंत्री का चेहरा हमारे ख्याल से नहीं होना चाहिए। महागठबंधन को राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की जरूरत है। विदित हो कि पप्पू यादव ने हाल ही में बिहार सीएम नीतीश को कांग्रेस के साथ आने का खुला ऑफर दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ही उनका सम्मान करेगी। भाजपा वाले उनको चुनाव बाद मुख्यमंत्री नहीं बनायेंगे, इसलिए उन्हें हमारे साथ आ जाना चाहिए।