बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश की पार्टी JDU को बड़ा झटका लगा है। खगड़िया जिले की परबत्ता विधानसभा सीट से मौजूदा जदयू विधायक डॉ. संजीव सिंह आज शुक्रवार को तेजस्वी की RJD में शामिल होने जा रहे हैं। यह विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य में दल—बदल के खेल की शुरुआत मानी जा रही है। अभी एक दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जनार्दन यादव जनसुराज में शामिल हो गए थे। आज जनता दल यूनाइटेड के विधायक डॉ. संजीव कुमार राष्ट्रीय जनता दल का दामन थामने जा रहे हैं। JDU विधायक संजीव सिंह पिछले कुछ महीनों से अपनी पार्टी से नाराज चल रहे थे।
RJD के खगड़िया जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 3 अक्टूबर को गोगरी स्थित भगवान उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में जदयू विधायक डॉ. संजीव आरजेडी में विधिवत शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी उपस्थित रहेंगे। बताया जा रहा है कि डॉ. संजीव अपने हजारों समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण करेंगे, जिससे परबत्ता क्षेत्र का राजनीतिक संतुलन पूरी तरह बदल सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि डॉ. संजीव का एनडीए से मोहभंग होना पहले से तय था। एनडीए द्वारा आयोजित विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों से उनकी लगातार गैरमौजूदगी विशेषकर 27 सितंबर को परबत्ता सम्मेलन और 25 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम से दूरी इस बदलाव के साफ संकेत थे।
जदयू सूत्रों के अनुसार विधायक डॉ. संजीव सिंह के पार्टी छोड़ने के पीछे मुख्य कारण आगामी विधानसभा चुनाव में JDU से टिकट कटने की प्रबल चर्चा बताई जा रही है। पिछले कुछ समय से वह नीतीश कुमार और JDU नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। हाल ही में उन्होंने पटना में ब्रह्मर्षि सम्मेलन आयोजित कर अपनी जाति के लोगों को गोलबंद करने का प्रयास किया था। राजनीतिक गलियारों में इस सम्मेलन को उनकी बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा और JDU पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था। खुद भूमिहार समुदाय से आने वाले डॉ. संजीव का RJD में शामिल होना तेजस्वी यादव के लिए एक महत्वपूर्ण जीत माना जा रहा है, क्योंकि RJD लगातार अपने पारंपरिक MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण से बाहर निकलकर अन्य जाति समूहों में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है।