प्राइवेट कंपनियों के 5G नेटवर्क को चुनौती देने के लिए सरकारी कंपनी BSNL 4G के जरिए बड़ी क्रांति का आगाज करने जा रही है। यह आम लोगों और खासकर मध्यम वर्ग तथा गरीब तबके के लिए एक काफी राहत की बात है। पीएम मोदी ओडिशा से कल बीएसएनएल की 4G सेवा का उद्घाटन करेंगे। 4G सेवा शुरू करने के ऐलान के साथ ही अब BSNL ने प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों की टेंशन बढ़ा दी है। कल यानी 27 सितंबर को अपनी रजत जयंती पर BSNL देशभर में स्वदेशी 4G सेवाओं का शुभारंभ कर देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के झारसुगुड़ा से इस योजना का उद्घाटन करेंगे।
बीएसएनएल के सीएमडी ए. रॉबर्ट जे. रवि ने कहा कि रजत जयंती के मौके पर स्वदेशी 4G की शुरुआत भारत के दूरसंचार क्षेत्र के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। पटना में BSNL के मुख्य महाप्रबंधक (बिहार) रवींद्र कुमार चौधरी ने इस संबंध में कहा कि बीएसएनएल का यह 4G नेटवर्क पूरी तरह स्वदेशी सी-डॉट कोर पर आधारित है। इसे टीसीएस और तेजस ने मिलकर तैयार किया है। कंपनी ने 92,633 नई 4G साइटें शुरू करने का ऐलान किया है। इनमें 14 हजार से ज्यादा 4G सैचुरेशन प्रोजेक्ट की साइटें भी शामिल हैं। बीएसएनएल ने भारत नेट और द्विपों में समुद्रतलीय फाइबर (CANI-KLI) प्रोजेक्ट के जरिए मल्टी-टीबीपीएस क्षमता और लो-लेटेंसी वाली कनेक्टिविटी सुनिश्चित की है। इसके बाद अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप जैसे दुर्गम क्षेत्रों तक भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि 4G सेवा देश में बीएसएनएल उपभोक्ताओं के लिए स्लो इंटरनेट की समस्या को दूर कर देगी।
इस सरकारी कंपनी ने करीब 18 साल बाद लगातार दो तिमाहियों में लाभ दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 262 करोड़ और चौथी तिमाही में 280 करोड़ का मुनाफा हुआ। एआरपीयू बढ़ा है और EBITDA भी 23% तक पहुंच गया है। बीएसएनएल ने सभी वाणिज्यिक बैंक ऋण भी चुका दिए हैं। बीएसएनएल अब ई-सिम, 5G FWA, एआई चैटबॉट्स जैसी आधुनिक सेवाओं के साथ बाजार में कदम रख रहा है। कंपनी ने पिछले साल एक करोड़ से ज्यादा 4G ग्राहक और 2 लाख एफटीटीएच ग्राहक जोड़े। साल 2000 में निगमित बीएसएनएल ने 2009 में देशभर में 3G सेवाएं शुरू की थीं। भारी प्रतिस्पर्धा और वित्तीय संकट के बावजूद कंपनी ने ग्रामीण और सामरिक क्षेत्रों में सेवाएं जारी रखीं। 2019 से लगातार सरकारी पुनरुद्धार पैकेज और 2022 में BBNL के विलय के बाद अब स्वदेशी 4G का राष्ट्रव्यापी रोलआउट इसे फिर से भरोसेमंद बना देगा।