अरवल – कलेर प्रखंड के मधुश्रंवा शिव मंदिर के प्रांगण मे वैश्य- अति पिछड़ा एकता मंच के बैनर तले प्रखण्ड स्तरीय बैठक सह वैश्य – अति पिछड़ा समाज मिलन समारोह आयोजित किया गया, जिसका अध्यक्षता मंच के उपाध्यक्ष व पूर्व मुखिया रामईश्वर साव ने किया। मंच का संचालन विमल ठाकुर ने किया। मुख्य वक्ता वैश्य – अति पिछड़ा एकता मंच के अध्यक्ष सह पूर्व जिला पार्षद आनंद कुमार चन्द्रवंशी ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा की वैश्य व अति पिछड़ा समाज राजनीतिक के वंचित समाज है जो वोट तो देते आया है पर विधानसभा में जिले से प्रतिनिधित्व करने का मौका कभी नहीं मिला है, वोट प्रतिशत के हिसाब से देखा जाये तो वैश्य अति पिछड़ा समाज का वोट लगभग 45 प्रतिशत है यानि प्रत्येक विधानसभा मे एक लाख से उपर वोट है।
जबकि वैश्य-अति पिछड़ा समाज के पूर्वज आजादी से 40 वर्षों तक कांग्रेस पार्टी के वोट देते आये है, वहीं 1990 के बाद पन्द्रह वर्षों तक समाजवादी विचारधारा के प्रभाव में लालू प्रसाद यादव का जिन्न बन कर वोट देते आया है, उसके बाद जंगल राज के विरुद्ध 2005 मे नितीश कुमार के साथ आये और वैश्य अतिपिछड़ा समाज नितीश कुमार को एक मुस्त वोट देते है वही 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर वैश्य अतिपिछड़ा समाज एनडीए गठबंधन के साथ है। लेकिन आज तक विधान सभा चुनाव मे इस समाज को किसी भी दल अरवल जिले मे मौका देना उचित नही समझा है।
अत: इस बार मौका नही मिला तो वैश्य अतिपिछड़ा समाज एकता बनाकर दोनो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। इस बैठक मे मुख्य संबोधनकर्ता एकता मंच के संरक्षक सिद्घनाथ प्रसाद गुप्ता, संयोजक कामेश्वर ठाकुर, अरविन्द निषाद, जय शाहु, सुनील साव, विजय सेठ, मनोज चन्द्रवंशी, रम्भु पंडित,अमितेश कुमार, नरेश गुप्ता, उपसचिव विमल ठाकुर , नारायण चन्द्रवंशी, गौरव चौरसिया, हरेंद्र पंडित, शैलेश पंडित, अजय पंडित, प्रेम निषाद, परमानंद निषाद, संजय ठाकुर उपसचिव विमल ठाकुर सहित सैकड़ो लोग उपस्थिति रहे।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट