बाढ़ : लोहिया जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और चर्चित नेता कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जब वह बाढ़ कोर्ट पहुँचे तो समर्थकों का जोश देखते ही बन रहा था। कोर्ट परिसर के बाहर भारी भीड़ जुट गई और “लल्लू मुखिया जिंदाबाद” के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। समर्थकों का कहना है कि लल्लू मुखिया की वापसी से बाढ़ विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक समीकरण बदल सकता है। उनकी सक्रियता से विपक्षी खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने संकेत दिया है कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेंगे और राजनीति में नई भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लल्लू मुखिया ने कहा – “हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत भगवान की कृपा है।”
उनकी जमानत के बाद क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। स्थानीय नेता उनकी रणनीति को लेकर मंथन में लगे हैं। लोहिया जनता दल के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह यादव और कई पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि “लल्लू मुखियाजी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक आंदोलन हैं। वे गरीबों और आम जनता की आवाज़ बन चुके हैं।” समर्थकों ने याद दिलाया कि बाढ़ के दौरान लल्लू मुखिया और उनके भाई रणवीर सिंह यादव ने राहत सामग्री वितरण और भोजन उपलब्ध कराकर हजारों पीड़ितों की मदद की थी। यही कारण है कि जनता में उनका प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि पिछली बार उन्होंने बाढ़ विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सबसे ज्यादा वोट हासिल कर रिकॉर्ड बनाया था और एमएलसी चुनाव में भी बेहद कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। कोर्ट परिसर में पहुंचने पर उनका फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत हुआ। हालांकि, उन्होंने समर्थकों से कोर्ट परिसर में नारेबाजी से परहेज़ करने की अपील की। लल्लू मुखिया की जमानत की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई है और इससे बाढ़ विधानसभा की राजनीति में नए समीकरण बनने की चर्चा तेज हो गई है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट