बिहार में SIR पर सियासी घमासान जारी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नए खुलासे कर रहे हैं। अब उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद वीणा देवी पर दो-दो वोटर आईडी कार्ड रखने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने चुनाव आयोग से सवाल भी पूछा कि क्या सांसद को भी नोटिस भेजा जाएगा और क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी? तेजस्वी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा की तरह लोक जनशक्ति पार्टी से वैशाली की सांसद वीणा देवी के पास भी दो अलग अलग EPIC नंबर – 𝐔𝐓𝐎𝟏𝟏𝟑𝟒𝟓𝟒𝟑 और EPIC नंबर- 𝐆𝐒𝐁𝟏𝟎𝟑𝟕𝟖𝟗𝟒 है। इनके दो अलग-अलग जिलों के दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में दो अलग-अलग वोट हैं।
इतना ही नहीं, तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि सांसद वीणा देवी के पति और JDU के विधान पार्षद दिनेश सिंह के पास भी दो—दो वोटर कार्ड हो सकता है। तेजस्वी ने आगे कहा कि इन दो अलग-अलग EPIC नंबर कार्ड में सांसद वीणा देवी की दो अलग-अलग उम्र भी दर्ज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वीणा देवी ने भी SIR में दो अलग अलग गणना फॉर्म भरे। ऐसे में स्पष्ट है कि मतदाता सूची के हालिया पुनरीक्षण में इन्होंने दो अलग अलग फॉर्म पर दो अलग अलग साइन किए होंगे। अब ऐसे में यह जांच होनी चाहिए कि इन दो अलग-अलग फॉर्म पर चुनाव आयोग ने साइन किए कि सांसद वीणा देवी ने ख़ुद हस्ताक्षर किया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग को यह देश को बताना चाहिए कि मतदाता पुनरीक्षण के बाद चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में सांसद वीणा देवी के दो अलग अलग EPIC नंबर के साथ, दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग उम्र के साथ दो अलग अलग वोटर कार्ड कैसे बन गए? क्या यह चुनाव आयोग द्वारा भाजपा और जदयू नीत 𝐍𝐃𝐀 को जिताने के लिए की गई धांधली, फर्जीवाड़ा और मिलीभगत नहीं है? क्या चुनाव आयोग अब भारतीय जनता पार्टी का ट्रोल आयोग बन चुका है? क्या चुनाव आयोग इनका फैक्ट चेक कर इन्हें दो जगह से दो अलग-अलग नोटिस देगा?