पड़ोसी राज्य यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने अब बिहार की राजनीति में भी एंट्री का ऐलान किया है। ओपी राजभर ने साफ कहा कि उनकी पार्टी बिहार चुनाव में एनडीए में शामिल होकर 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सम्मानजनक सीटें नहीं मिलीं तो हमारे लिए सारे विकल्प खुले हैं। ऐसी स्थिति में उनकी पार्टी 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, भले ही उससे एनडीए को फायदा हो या नुकसान।
ओपी राजभर के इस बयान के बाद बिहार की सियासत में खलबली मच गई। राजभर ने साफ कहा कि वह कोई भी समझौता तब तक स्वीकार नहीं करेंगे जब तक उनकी पार्टी को सम्मानजनक हिस्सेदारी न मिले। बिहार में कानून-व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था के लिए बिहार में योगी मॉडल लागू करना चाहिए। बिहार का नीतीश मॉडल यहां फेल हो चुका है। जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने माफिया और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी तरह की जरूरत बिहार में भी है। अगर बिहार को सुरक्षित और विकसित राज्य बनाना है तो योगी जैसे कड़े और निर्णायक नेतृत्व की जरूरत है।
राजभर ने बिहार में नीतीश कुमार और बीजेपी की अब तक की सरकारों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार ने पिछले 20 वर्षों में अति पिछड़ों के लिए कुछ खास नहीं किया। सत्ता में आने वाले दलों ने सिर्फ पिछड़े वर्गों का वोट लिया, लेकिन उनके विकास और अधिकारों के लिए ठोस प्रयास नहीं किए। राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय और अति पिछड़े समुदायों को राजनीतिक भागीदारी दिलाना है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार के कई जिलों में उनकी पार्टी की अच्छी पकड़ है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां अति पिछड़े और वंचित वर्गों की आबादी अधिक है। उन्होंने कहा कि वे जनता के बीच जाकर लगातार संवाद कर रहे हैं और लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।