दानापुर से आरजेडी के दबंग विधायक रीतलाल यादव और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ एक ठेकेदार से मारपीट और तोड़फोड़ का एक नया मामला दर्ज किया गया है। नामजद प्राथमिकी के बाद विधायक रीतलाल तो अभी जेल में बंद हैं लेकिन बाकी अभियुक्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आज उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। सिटी एसपी भानू प्रताप सिंह ने कहा कि पटना पुलिस की टीम ने बीती देर रात रीतलाल के 12 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। हालांकि, किसी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई।
12 थानों की टीम ने एक साथ मार छापा
सिटी एसपी (पश्चिमी) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि खगौल थाने में एक व्यक्ति ने प्राथमिकी कराई है। वे कोथवां में एक भूखंड पर निर्माण कार्य कर रहे थे। उनका आरोप है कि रीतलाल के कहने पर उनके गुर्गों ने चारदीवारी तोड़ दी गई। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी की थी। सिटी एसपी के नेतृत्व में दानापुर, शाहपुर, खगौल, रूपसपुर, मनेर समेत 12 थानों की पुलिस एक साथ अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान दानापुर और फुलवारीशरीफ एसडीपीओ भी साथ थे। अचानक देर रात हुई इस छापेमारी से विधायक समर्थकों में हड़कंप मच गया। सूत्रों के मुताबिक, कुछ भूमाफिया के हथियार के साथ होने की भी जानकारी मिली थी।
भारी संख्या में पुलिस बल को देख कर रीतलाल के समर्थक खिसक गए। गौर हो कि विधायक और उनके भाई, साला समेत छह करीबी वर्तमान में जेल में बंद हैं।रंगदारी मांगने में विधायक गए थे जेलबिल्डर कुमार गौरव की ओर से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगे जाने की शिकायत पर दर्ज मामले में विधायक रीतलाल यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। बिल्डर का आरोप था कि कोथवां स्थित एक भूखंड पर अपार्टमेंट बनाने के लिए विधायक ने घर बुला कर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। रकम नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी थी।