तेज प्रताप यादव के ताजा—ताजा प्रेम कांड ने लालू फैमिली की सियासी जमीन को हिला दिया है। तेज प्रताप यादव की प्रेम कहानी और वैवाहिक विवाद ने लालू परिवार को ऐसे चक्रव्यूह में फंसा दिया, जिससे निकलना अब आसान नहीं। हालांकि लालू ने एक सोचे-समझे फैसले के तहत तेज प्रताप को पार्टी से दूर कर अपने परिवार और पार्टी को बचाने की भरसक कोशिश की, लेकिन इसमें वे कामयाबी से अभी कोसों दूर हैं। तेज प्रताप यादव की प्रेम कहानी ऐसे वक्त में सामने आई जब सिर पर बिहार चुनाव है। ऐसे में विपक्षी एनडीए को लालू की बड़ी बहू ऐश्वर्या के उत्पीड़न और महिला सम्मान से जुड़ा ऐसा मुद्दा हाथ लग गया है, जिसका जवाब लालू परिवार के पास फिलहाल कोई नहीं है।
लालू को सब पहले से पता था…
लालू ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालते हुए यह स्पष्ट संदेश दिया कि बेटा अब बस। अपनी बचकानी हरकतों से बाज आओ, नहीं तो…। लालू ने इस एक फैसले से न सिर्फ अपने परिवार को बल्कि अपनी पार्टी और तेज प्रताप को भी बचाने की भरसक कोशिश की। लेकिन वे इसमें सफल होते नहीं दिख रहे। भाजपा ने तो बड़ा आरोप लगा दिया कि लालू और उनके परिवार को इस सारे मामले का पहले से पता था। फिर भी उन्होंने जबरन तेज प्रताप की शादी ऐश्वर्या से करा दी। जब शादी कामयाब नहीं हुई तो अपनी बहू ऐश्वर्या को ही घर से निकाल दिया। भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि तेज प्रताप पर ताजा ऐक्शन लेने से काफी पहले से लालू यादव को उनके अफेयर की सच्चाई पता थी।
बचा पायेंगे पार्टी और परिवार?
दरअसल, बिहार में आने वाले कुछ दिनों में ही विधानसभा चुनाव होना है। राज्य में सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होगा। जिसके लिए सभी पार्टियां तैयारियों में जुट गईं हैं। तेजस्वी के नेतृत्व में राजद भी चुनावी तैयारी में जुटा है। लेकिन इस चुनावी तैयारी के बीच तेज प्रताप के फेसबुक अकाउंट से हुए प्रेम कांड वाले पोस्ट ने पार्टी और लालू परिवार की छवि को मिट्टी में मिला दिया। विपक्षी एनडीए पर हमला तो दूर आशंका है कि, पूरे चुनाव अभियान के दौरान अब लालू की पार्टी राजद केवल और केवल लालू फैमिली के बचाव में ही बिजी रह जाएगी। यही नहीं, तेजप्रताप और ऐश्वर्या का तलाक अभी नहीं हुआ है। ऐसे में कानूनी पचड़े से भी लालू परिवार महफूज नहीं रह पाएगा। इसके अलाव महिला उत्पीड़न और महिला के अपमान वाला दाग अलग से उनको हर जगह घेरता रहेगा। तेज प्रताप के फेसबुक पोस्ट जिसमें उन्होंने कथित रूप से अनुष्का यादव के साथ 12 साल से रिश्ते में होने की बात कही, उससे महिलाओं के खिलाफ बड़ा संदेश गया। विपक्षी दलों के बैठे-बिठाए एक बड़ा मुद्दा भी मिला। तुरंत सभी हमलावर भी हुए. भाजपा, जदयू के नेताओं ने यह सवाल उठाया कि जब तेज प्रताप 12 साल से रिलेशन में थे, बिहार की एक बेटी (ऐश्वर्या राय, तेज प्रताप की पत्नी) की जिंदगी क्यों बर्बाद की।
ऐश्वर्या से नाइंसाफी का दाग
तेज प्रताप के इस पोस्ट से उनकी छवि को धुमिल हुई ही, साथ ही राजद परिवार की साख पर बट्टा लगा। ऐश्वर्या के साथ तेज प्रताप का पारिवारिक कलह अभी कोर्ट में लंबित है। तेज प्रताप को तलाक नहीं मिला है। लेकिन इस बीच इस पोस्ट के जरिए उन्होंने 12 साल पुराने प्यार का सार्वजनिक इजहार कर अपने राजनीतिक भविष्य और लालू परिवार की साख पर कालिख पोत दी। ऐसे में माना जा रहा कि यदि इस पोस्ट के बाद भी लालू यह सख्त फैसला नहीं लेते तो पूरे चुनाव में राजद को इस सवाल का जवाब देना होता। तेज प्रताप के साथ-साथ तेजस्वी के लिए भी मुश्किलें बढ़ती। यही कारण है कि लालू ने एक सोचे-समझे फैसले के तहत तेज प्रताप को पार्टी से दूर कर अपने परिवार और पार्टी को बचाने की चाल चली।