अरवल- जिले में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम की गुंज सभी प्रखंडों के गांवों में गुंज रही है। यह संवाद ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक बनाने और उन्हें अपने अधिकारों को जानने और आकांक्षाओं को व्यक्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाएं सामाजिक और विकासात्मक विषयों पर खुलकर अपने विचार साझा कर रही हैं और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली योजनाओं की सराहना कर रही हैं। महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने अपनी विभिन्न आकांक्षाओं को आयोजकों के समक्ष रखा है, जिनमें गाँव में सामुदायिक भवन, सामुदायिक पुस्तकालय, विद्यालय की उपलब्धता, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, नाली एवं जल निकासी की समस्याओं का समाधान, नल-जल और सड़कों की मरम्मत, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार के अवसरों का विस्तार, वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी आदि की जरुरत पर चर्चा की जा रही है।
जिले के पांचों प्रखंडों में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रमों में वीडियो और अन्य प्रचार सामग्री की मदद से विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा रही है और विभिन्न विषयों पर संवाद द्वारा जागरूकता बढ़ाई जा रही है। महिलाओं ने शिक्षा के अवसरों में बढ़ोतरी एवं प्रोत्साहन, नौकरी एवं स्थानीय चुनावों में आरक्षण, राज्य में शराबबंदी, पुलिस की संख्या में बढ़ोतरी, स्वयं सहायता समूहों का गठन, की तारीफ की है।
इस कड़ी में कलेर प्रखंड के जयपुर पंचायत के सिम्हुआ गांव में भी महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस संवाद कार्यक्रम में गांव कि महिलाएं भारी संख्या में पहुंची हैं। संवाद में गांव कि स्थानीय महिला रेखा देवी सरकार की नौकरी में महिलाओं के आरक्षण के कदम को सराहते हुआ कहा कि आज उनकी बहु इसका लाभ लेते हुए पुलिस के पद पर सरकारी नौकरी प्राप्त की है। जिससे उनका परिवार आर्थिक रूप से सशक्त बना है।
इसी कड़ी में पाना देवी ने भी सरकार की जीविका योजना की सराहना करते हुए कहा कि आज वह जीविका समूह से जुड़कर ऋण लेते हुए किराना दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहीं हैं। संवाद में आए हुए महिलाओं ने अपने अपने आकांक्षाओं और सुझावों को भी साझा किया। आकांक्षाओं में सड़क निर्माण, शौचालय निर्माण, नली नालों का निर्माण, की मांग रखीं गई है। संवाद में जिला परियोजना प्रबंधक रागिनी कुमारी ने महिलायों को संबोधित करते हुए कहा की महिलाये अधिक अधिक सरकार की योजना का लाभ उठाएं।
महिला संवाद कार्यक्रमों में दहेज प्रथा और बाल विवाह की रोकथाम के लिए सामूहिक शपथ दिलाई जा रही है और नशा मुक्त समाज के निर्माण और घरेलू हिंसा की रोकथाम के प्रति संकल्प लिया जा रहा है। यह कार्यक्रम महिलाओं में सामाजिक गतिविधियों से जागरूकता बढ़ा रहा है और उन्हें अपने अधिकारों और आकांक्षाओं को व्यक्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट