अरवल : जिला पदाधिकारी, अरवल द्वारा राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम में टी०बी० मुक्त पंचायत एक पहल अन्तर्गत अरवल जिले में पाये गये सात पंचायतों को टी०वी० मुक्त पंचायत होने पर प्रशस्ति पत्र एवं महात्मा गाँधी का प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया। जिला पदाधिकारी द्वारा इन सभी पंचायतों के मुखिया को धन्यवाद दिया गया एवं इसी प्रकार अग्रसर होकर सामाज सेवा करने हेतु अनुरोध किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन अरवल, संचारी रोग पदाधिकारी, अरवल एवं पंचायतों के जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।
अरवल जिलान्तर्गत अरवल प्रखण्ड के ग्राम पंचायत सकरी के मुखिया उद्धव सिंह, ग्राम पंचायत प्यारेचक के मुखिया रानी कुमारी, ग्राम पंचायत भदासी के मुखिया शेख परवेज, ग्राम पंचायत वासिलपुर के मुखिया निरज कुमार, करपी प्रखण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बेलखारा के मुखिया सूर्यमल यादव यादव, कुर्था प्रखण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत निधवां के मुखिया श रानी देवी एवं सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत खटाँगी के मुखिया सुखदेव दास को टी०बी० मुक्त पंचायत (प्रथम बार) घोषित होने के उपरांत प्रमाण पत्र एवं महात्मा गाँधी का प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा वर्ष 25 में अरवल जिला के सभी 64 पंचायतों को टी०बी० मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, को निर्देशित किया है कि टी०बी० मुक्त पंचायत कार्यक्रम में अपने सक्रिय भूमिका एवं जवाबदेही लेते हुये भारत सरकार द्वारा दी गयी मार्गदर्शीका के अनुरूप कार्य करें।
साथ ही जिला पदाधिकारी द्वारा अरवल जिला अन्तर्गत सभी प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि इस कार्य में स्वयं अभिरूची लेते हुए अरवल जिला को शत-प्रतिशत टी० बी० मुक्त जिला बनाने में सहायता करें।जिला पदाधिकारी द्वारा अरवल जिला के सभी पंचायतों को टी०बी० मुक्त करने हेतु निम्न बातों पर प्रकाश डाला गया एक हजार के आबादी पर कम से कम 30 व्यक्तियों का बलगम कि जाँच करना आवश्यक है। एक हजार कि आबादी पर एक से कम यक्ष्मा मरिज होने चाहिए। पाये गये यक्ष्मा मरिजों का 60 प्रतिशत का यू डी एस टी हो जाना चाहिए। जिस पंचायत को हम टी०बी० मुक्त घोषित कर रहें है उस पंचायत में पिछले वर्ष पाये गये यक्ष्मा रोगियों का 85 प्रतिशत ट्रीटमेंट सक्सेस रेट होना चाहिए।
पंचायतों में पाये गये यक्ष्मा रोगियों का सत् प्रतिशत निश्चय पोषण योजना के तहत डीबीटी के माध्यम से भुगतान होना चाहिए एवं हो सके तो प्रधान मंत्री टी०बी० मुक्त भारत अभियान अन्तर्गत निश्चय मित्र बनाकर यक्ष्मा रोगियों को पौष्टिक आहार हेतु निश्चय मित्र के साथ जोड़ना है। निश्चय मित्र कोई भी व्यक्ति/कॉर्पोरिट संस्थान/गैर सरकारी संस्थान एवं जनप्रतिनिधि बन सकते हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा आम लोगों से अपील की गई कि अरवल जिला अन्तर्गत सभी लोग इस कार्यक्रम में अपेक्षित सहयोग करें।
भईया जी की रिपोर्ट