केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद जैसे ही मोदी सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया गया, वैसे ही पटना में सियासी पार्टियों के बीच इसका श्रेय लूटने की होड़ मच गई। जहां जदयू और भाजपा इसे पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक बता रहे हैं, तो कांग्रेस और राजद इसे क्रमश: राहुल गांधी की सफलता और अपने द्वारा बनाए दबाव का नतीजा बता रहे हैं। आज गुरुवार को इसे लेकर राजधानी पटना विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा पोस्टर भी लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में विपक्षी राजद और कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले को इंडिया अलायंस की जीत बताया। वहीं एनडीए की तरफ से इसे बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक बताया गया।
जाति जनगणना का श्रेय लूटने की मची होड़
कांग्रेस, राजद, जेडीयू और बिहार के सभी विपक्षी दल केंद्र सरकार के फैसले पर खुद का क्रेडिट बता रहे हैं। पटना के अलग-अलग चौक चौराहे पर राजद नेताओं के द्वारा कई पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है कि महागठबंधन के नेताओं के संघर्ष का यह फल है। पहले पोस्टर में लिखा गया है कि केंद्र सरकार के द्वारा, जातीय जनगणना कराई जाने का निर्णय राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित महागठबंधन के तमाम नेताओं के संघर्षों की जीत है। आरजेडी द्वारा लगाए गए एक पोस्टर्स में लिखा है कि लालू जी एवं तेजस्वी जी को हार्दिक बधाई। केंद्र सरकार की अगर नियत साफ है तो बिहार में बढ़ी हुई आरक्षण सीमा को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करें। वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा गया है कि लोग झुकते हैं, झुकाने वाला चाहिए। सरकार को भी आखिर लालू जी और तेजस्वी जी की बात माननी ही पड़ी। तेजस्वी जी ने ठाना है जनता का काम विपक्ष में रह कर करवाना है। जब सत्ता में आएंगे तो, जो बोला है वो करेंगे। जातिगत जनगणना की जीत पर बिहार और देशवासियों को मुबारकबाद।
जदयू के पोस्टर, नीतीश ने मोदी का जताया आभार
उधर बिहार सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भला ये मौका कहां चूकने वाली थी। पटना के अलग अलग चौक चौराहे पर जेडीयू के तरफ से भी जाति जनगणना के फैसले को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में पीएम मोदी और सीएम नीतीश की तस्वीर लगाई गई है और लिखा है कि नीतीश कुमार ने दिखाया अब देश ने अपनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। जातिगत जनगणना बिहार से भारत तक। अब होगी गिनती बनेगी सबकी नीति। जातिगत जनगणना का ऐतिहासिक फैसला। इसबीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना में बयान दिया कि जाति जनगणना कराने का केंद्र सरकार का फैसला स्वागतयोग्य है। जाति जनगणना कराने की हमलोगों की मांग पुरानी है। यह बेहद खुशी की बात है कि केन्द्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का निर्णय किया है। जाति जनगणना कराने से विभिन्न वर्गों के लोगों की संख्या का पता चलेगा जिससे उनके उत्थान एवं विकास के लिए योजनाएँ बनाने में सहूलियत होगी। इससे देश के विकास को गति मिलेगी।
जाति जनगणना पर क्या बोले राहुल गांधी
कांग्रेस ने अगली जनगणना में जातिगत गणना कराए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का बुधवार को समर्थन किया और यह भी कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यह कब तक होगा तथा किस प्रकार से होगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन सरकार को बताना चाहिए कि यह किस तिथि तक होगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और विपक्ष ने पूरे देश में जमीनी स्तर पर अभियान चलाया, सरकार का यह फैसला उसी का नतीजा है। कांग्रेस नेता ने यह संदेह जताया कि कहीं इस फैसला का हस्र भी महिला आरक्षण अधिनियम की तरह न हो।