बिहार की राजनीति के पुरोधा और अपने कार्यों से इस पिछड़े राज्य को विकास की नई राह दिखाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा के दिवंगत नेता सुशील मोदी को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें यह सम्मान दिया गया। महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह सम्मान उनकी धर्मपत्नी जेसी सुशील मोदी को सौंपा। सम्मान ग्रहण करने के बाद सुशील कुमार मोदी की पत्नी कहा कि यह पूरे बिहार का सम्मान है।
स्वर्गीय सुशील मोदी की पत्नी जेसी मोदी और उनके पुत्र उत्कर्ष तथागत अक्षय अमृतांशु ने इस मौके पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व बिहार के मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इस सम्मान से भाजपा के लाखों समर्पित कार्यकर्ताओं का आत्मगौरव बढ़ेगा। उनकी पत्नी जेसी मोदी ने कहा कि सुशील जी ने समाज के विभिन्न तबकों व लोगों के बीच काम किया। उन्होंने बिहार के विकास के लिए कई सामाजिक कार्य किये जिनमें अस्पतालों और गरीब लोगों की मदद करना भी शामिल था। विशेष रूप से गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए यह सम्मान उनके निधन से मिले लोगों के घावों पर दवा के रूप में काम करेगा और प्रेरणा का स्रोत बनेगा। खासकर उन युवाओं के लिए जिन्हें लक्ष्य निर्धारित करने और दिशा देने के लिए नेताओं की आवश्यकता होती है।
नयी दिल्ली में सम्मान ग्रहण करने के बाद जेसी सुशील मोदी ने कहा कि मरणोपरांत सुशील जी को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित करना दरअसल सुशील मोदी की पांच दशकीय सार्वजनिक व राजनीतिक जीवन के समर्पण व सद्कार्य की पहचान का सम्मान है। इस सम्मान से भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं व सुशील मोदी को चाहने वालों के साथ मेरा परिवार भी हर्षित है। सुशील मोदी के इस सम्मान को बिहारवासियों को समर्पित कर मुझे प्रसन्नता होगी, क्योंकि उनका सम्पूर्ण समर्पण बिहार के प्रति था। विदित हो कि बीते वर्ष कैंसर के कारण 72 साल की उम्र में सुशील कुमार मोदी का दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। निधन के समय वह राज्यसभा के सांसद थे।