लालू यादव के करीबी राजद विधायक रीतलाल यादव ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। रीतलाल ने एसीजेएम कोर्ट में यह सरेंडर एक बड़े बिल्डर को रंगदारी के लिए धमकाने के मामले में की है। इस बिल्डर ने आरजेडी विधायक रीतलाल यादव पर रंगदारी मांगने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इसी के बाद पुलिस ने उनके खगौल और दानापुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। खबर है कि विधायक रीतलाल के साथ उसके भाई पिंकू यादव, भगीना श्रवण यादव और चिक्कू यादव ने भी कोर्ट में सरेंडर किया है। ये सभी लोग भी दानापुर के बिल्डर से रंगदारी मांगने और धमकाने के मामले में आरोपी है।
बिल्डर ने पुलिस को दी गई शिकायत में रीतलाल और उसके भाई पर आरोप लगाया है कि उसे पिछले कई दिनों से जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी वाले फोन आ रहे थे। शिकायतकर्ता बिल्डर पटना के खगौल इलाके में एक अपार्टमेंटमें का निर्माण करा रहा है। उसने उक्त स्थल से संबंधित कागजात में भी रीतलाल और उसके लोगों द्वारा संपत्ति से जुड़े कुछ दस्तावेजों में जालसाजी करने की बात कही है। इसके बाद विधायक और उसके भाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी तथा पटना पश्चिम के निर्देश पर रीतलाल और उसके भाई के कई ठिकानों पर रेड डाली गई। अब इसी केस में विधायक और उसके भाई ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
रीतलाल यादव दानापुर विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं। बीते सप्ताह पटना में जबरन वसूली के एक मामले की जांच के तहत राजद विधायक रीतलाल यादव और उनके करीबी सहयोगियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक नकद, 77 लाख रुपये के चेक, छह खाली चेक, संपत्तियों की खरीद-बिक्री से संबंधित 14 दस्तावेज और 17 चेकबुक बरामद किए गए थे। पटना एसएसपी ने बताया था कि एक बिल्डर की शिकायत के आधार पर यादव और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद दानापुर एवं राजधानी में 11 जगहों पर छापेमारी की गई थी।