सीएम फेस को लेकर बिहार के दोनों बड़े गठबंधनों में राजनीतिक गहमागहमी के बीच आज बुधवार को अचानक भाजपा के कई बड़े नेता सीएम हाउस दौड़े—दौड़े पहुंचे। इन नेताओं में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीपी जायसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया आदि प्रमुख रहे। माना जा रहा है कि ये मुलाकात PM के बिहार दौरे और हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा हाल में बिहार चुनाव में सीएम फेस को लेकर की गई बयानबाजी से नीतीश की नाराजगी को दूर करने के लिए हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने हाल में कह दिया था कि बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी।
जानकारी के अनुसार आज बुधवार को पहले बीजेपी दफ्तर में एक बैठक हुई जिसके बाद ही भाजपा के ये नेता सीएम आवास पहुंचे। सीएम आवास में इनकी मुलाकात नीतीश कुमार से हुई। इन नेताओं के बाद नीतीश कुमार से मुलाकात करने के लिए बीजेपी कोटे के मंत्री मंगल पांडेय और फिर प्रेम कुमार भी सीएम आवास पहुंचे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई है। खबर लिखे जाने तक मुलाकात का दौर चल रहा था।
दरअसल बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने रणनिति को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में 24 अप्रैल को पीएम मोदी का मधुबनी में कार्यक्रम है। उसमें सीएम नीतीश कुमार को भी शामिल होना है। पीएम मोदी मधुबनी से विभिन्न योजनाओं की सौगात देंगे। चुनाव साल है तो पीएम मोदी का यह दौरा भी काफी अहम माना जा रहा है। कहा ये भी जा रहा कि पीएम के दौरे को लेकर भी सीएम के साथ मीटिंग पर बातचीत हुई है।
बिहार की राजनीति में इन दिनों दोनों गठबंधनों में गहमागहमी है। जहां महागठबंधन में सीएम फेस पर कांग्रेस राजद के सामने पेंच फंसा रही है, वहीं भाजपा भी आलाकमान के निर्देश के बावजूद कुछ ऐसी बयानबाजी में फंस जा रही जिससे कन्फ्यूजन पैदा हो जा रहा। बहरहाल यह भी कहा जा रहा कि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय इसीलिए सीएम हाउस गए हैं ताकि वे भाजपा आलाकमान के स्टैंड को फिर से नीतीश कुमार के समक्ष क्लियर कर सकें। सियासी गलियारे में भाजपा नेताओं की सीएम से इस मुलाकात से कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। कुल मिलाकर कहा जा रहा है कि यह मुलाकात PM के बिहार दौरे और हरियाणा के CM के एक बयान से जुड़ी नाराजगी को दूर करने के लिए ही थी।