-उर्दू शुद्ध भारतीय भाषा है और इसके विकास के लिए समाहरणालय से लेकर प्रखंड तक कोषांग स्थापित किए गए है
नवादा : गुरूवार को हरिश्चंद्र स्टेडियम में जिलास्तरीय फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने की। जिला पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि उर्दू शुद्ध भारतीय भाषा है और इसके विकास के लिए समाहरणालय, अनुमंडल तथा प्रखंड स्तर पर उर्दू कोषांग स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि उर्दू भाषी नागरिक अपने आवेदन उर्दू भाषा में भी दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि उर्दू गंगा-जमुनी तहज़ीब की प्रतीक भाषा है, जो समाज के सभी वर्गों के बीच प्यार, मोहब्बत और एकता का संदेश देती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की आज़ादी की लड़ाई में उर्दू का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
मौके पर उपस्थित डीपीओ स्थापना तनवीर आलम एवं डीपीओ मध्याह्न भोजन मजहर हुसैन ने उर्दू भाषा के विकास और उसके महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर स्थानीय शायरों ने अपनी बेहतरीन शायरी से समां बांधा। प्रमुख शायरों में रज़ा तस्लीम, सबा रजौलवी, अनीस फरीदी, अशफाक रसूल, मो जाहंगीर आलम, मो महबूब आलम, मो जावेद रब तथा मुख्तार वारसी सहित कई अन्य शायर मौजूद रहे।
डीएम श्री प्रकाश ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उर्दू भाषा का प्रचार-प्रसार और इसका विकास सुनिश्चित करना था। मौके पर डीडीसी प्रियंका रानी, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर अखिलेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, गोपनीय प्रभारी पदाधिकारी, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी तथा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट