बाढ़ : आस्था, अध्यात्म, ऊर्जा और उत्साह के रंग में डूबा बिहार का काशी बाढ़ का ख्यातिलब्ध उमानाथ एवं अलखनाथ मंदिर-घाट पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ की सुरक्षा में पुलिस प्रशासन जहां मुस्तैद रही,बहीं श्रद्धालुओं की सुविधाओं को मुहैया कराने के लिये अनुमंडल के कई स्वयंसेवियों एवं मीडियाकर्मियों की पैनी नजर थी।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय पटल पर राजनैतिक चर्चित अनुमंडल बाढ़ में पौराणिक एवं ऐतिहासिक मनोकामना सिध्द “उमानाथ-अलखनाथ मंदिर-घाट” की पावन धरती पर आस्था, अध्यात्म, ऊर्जा और उत्साह के रंगों में डूबे श्रध्दालुओं की भीड़ सिर्फ माघ,कार्तिक या बैशाखी पूर्णिमा पर ही नही वरन यहां सामान्य दिनों में भी उत्तरायण गंगा में डुबकियां लगाकर” भगवान उमानाथ-अलखनाथ मंदिर-घाट” के अलावे अन्य सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। गत 12 फरवरी को जहां माघी पूर्णिमा पर राज्य के सुदूर क्षेत्रों से आये लाखों श्रध्दालुओं ने सुविख्यात “उमानाथ-अलखनाथ मंदिर-घाट सहित अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों पर उत्तरायण गंगा नदी में डुबकियां लगाकर पास के मंदिरों में पूजा-अर्चना किया, जबकि महाशिवरात्रि को भी असंख्य श्रध्दालुओं ने उत्तरायण गंगा नदी में डुबकियां लगाकर भगवान उमानाथ महादेव की पूजा-अर्चना कर अपनी मन्नते पूरी होने की कामना किया।
वहीं, अलखनाथ मंदिर-घाट पर उत्तरायण गंगा किनारे पर नव निर्मित शिव-शक्तिपीठ भवानी माता मंदिर परिसर में मंदिर के न्यासधारी सुधीर कुमार द्वारा धर्मपरायण महिला स्व०किरण देवी उर्फ गंगा देवी की स्मरण में 16 फरवरी से गंगोत्री से आये पं० ओमप्रकाश शास्त्री ने श्रीशिव महापुराण कथा का समापन 26 फरवरी महाशिवरात्रि को काफी धूमधाम से किया गया, जिसमें असंख्य श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना और गंगा आरती किया। ज्ञात हो कि सुप्रसिध्द अलखनाथ मंदिर-घाट के पास नरक में तब्दील हुये स्थान पर धर्मपरायण लोहा ब्यावसायी सुधीर कुमार ने कुछ वर्षों पूर्व में” शिव-शक्तिपीठ भवानी माता मंदिर का नव निर्माण कर बाढ़ अनुमंडल में एक ऐतिहासिक कार्य कर दिखाया है,जिसकी सराहना सर्वत्र की जा रही है।
दूसरी ओर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बाढ़ सेवा केन्द्र द्वारा शिवरात्रि महापर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया और अदभुत झांकियां निकाली गई तथा शिवरात्रि के अवसर पर सेवा केंद्र पर केक काट काटने के साथ ही परमात्मा शिव का झंडा फहराया गया एवं चैतन्य झांकी के साथ निकली शोभा यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे तथा इस शोभा यात्रा में भाई-बहनों ने हिस्सा लेकर परमात्मा शिव का संदेश जन-जन तक पहुंचाया। बाढ़ सेवा केंद्र की संचालिका बी० के० ज्योती बहन ने शिव की महिमा का बखान किया और उन्होंने कहा कि शिव लिंग परमात्मा शिव के ज्योति रूप को दर्शाता है। परमात्मा का कोई मनुष्य रूप नहीं है और ना ही उसके पास कोई शारीरिक आकार है।संचालिका ज्योति दीदी ने कहा कि भगवान शिव एक सूक्ष्म, पवित्र व स्वदीप्तिमान दिव्य ज्योति पुंज हैं, उन्हें ज्योतिर्लिंग के रूप में दिखाया गया है।
अपने विकारों को शिव को अर्पित करना ही शिवरात्रि है,शिव सृष्टि के रचयिता हैं और सभी के पालनहार भी है। भगवान शिव का कोई रचयिता नहीं है,इसीसे उन्हें स्वयंभू कहा जाता है। शिवरात्रि का उत्सव परमपिता परमात्मा शिव के अवतरण का यादगार है,इंसान को अपने विकारों को शिव पर अर्पित करना ही सही मायने में शिवरात्रि है।हम सभी को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए और उनको समर्पित करते हुए अपना जीवन सात्विक तरीका से जीना चाहिए तथा शिव सभी के आराध्य हैं और वो भोलेनाथ है और हमारी हरेक विनती को वो सुनते हैं।
सुविख्यात उमानाथ मंदिर-घाट की विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अंतिम प्रगति यात्रा के दौरान 21फरवरी को विहार की सर्वाधिक पौराणिक विरासत सुप्रसिध्द “उमानाथ मंदिर-घाट” पहुंचकर उमानाथ महादेव की पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति और समृध्दि की कामना की तथा उन्होनें वहां धर्मशाला, विवाह मंडप, सीढ़ी घाट, रिवर फ्रंट डवलपमेंट, सती स्थान में विद्युत शवदाह गृह तथा लकड़ी से शवदाह के लिये शेड निर्माण, शॉप इत्यादि स्थलों का निरीक्षण के साथ ही प्रस्तावित सौंदर्यीकरण कार्य तथा अन्य नागरिक सुविधाओं के साइट प्लान का भी अवलोकन किया है।
मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सह पटना जिला प्रभारी मंत्री सम्राट चौधरी,जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू, विधायक नीलम देवी, एमएलसी नीरज कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस सिध्दार्थ, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव बी०कार्तिकेय धनजी, पटना प्रमंडल आयुक्त मयंक बड़बड़े, पटना प्रक्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, विहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक, एसडीएम शुभम कुमार,एएसपी राकेश कुमार, सीओ नरेंद्र कुमार सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार रजक, नगर परिषद अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ गाय माता, उपाध्यक्ष प्रतिनिधि रविशंकर विद्यार्थी सहित कई गणमान्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सहित अनुमंडल के कई थानाध्यक्ष अपने पुलिस बल के साथ चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल कर कार्यक्रम को सगल बनाने में कामयाब रहे। बहरहाल, क्षेत्रीय लोगों द्वारा साधु-संतों का समागम स्थल बाढ़ “उमानाथ मंदिर-घाट” को राज्य पर्यटक केंद्र की सूची में शामिल करने,माघी पूर्णिमा को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग वर्षों से की जा रही है, पर इन मांगों पर अब तक न तो राज्य सरकार और न तो केंद्र सरकार द्वारा गंभीरता विचार किया गया।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट