केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में 2025 के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि एनडीए गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। इसके साथ ही गिरिराज ने नीतीश कुमार को विकास पुरुष और सुशासन के कर्णधार करार देते हुए उन्हें भारत रत्न दिये जाने की मांग भी कर डाली। यही नहीं, गिरिराज सिंह ने देश में बांग्लादेशी घुसपैठियों से उत्पन्न होने वाले खतरों से आगाह करते हुए कहा कि आज हम सभी को सतर्क होकर अपने आसपास रहने वाले लोगों को इनकी जानकारी मिलते ही उसे प्रशासन से शेयर करने के लिए आगे आना चाहिए। ये तत्व देश विरोधी ताकतों के टूलकीट का ही अंग हैं जो भारत विरोधी एजेंडा के तहत बाहरी ताकतों के खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने की साजिश के लिए यहां प्लांट किए गए हैं।
गिरिराज सिंह आज बेगूसराय दौरे पर यहां पहुंचे थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को ऊंचाई तक पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने राज्य को जर्जर व्यवस्था और जंगलराज से बाहर निकाला। ऐसे में उन्हें उनके काम के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि लालू यादव लाख कोशिश कर लें, अब उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने लालू यादव पर तंज कसा कि वर्तमान में लोग उनके झांसे में नहीं आने वाले। बिहार के लोगों को पूरी तरह याद है कि पति—पत्नी के 15 वर्षों के शासनकाल में कैसे उन्होंने यहां डर का माहौल बना दिया। अब बिहार की जनता फिर से उसी जंगलराज वाले दौर में नहीं लौटना चाहती है।
बेगूसराय में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ बिहार और देश के अन्य हिस्सों में सामाजिक समरसता के लिए खतरा बन रहे हैं। उन्होंने पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज जैसे सीमावर्ती इलाकों का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार में 800 किलोमीटर की सीमा पर अवैध मस्जिदों के निर्माण को भी चिन्हित करने की आवश्यकता है। बांग्लादेशी घुसपैठियों को पहचानकर उन्हें देश से बाहर निकालना चाहिए। गिरिराज सिंह ने कहा कि यह समस्या सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक चुनौती है। उन्होंने सरकार और समाज से घुसपैठियों की पहचान कर उचित कार्रवाई करने का आह्वान किया।