विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ संशोधन बिल को लेकर जबर्दस्त हंगामा हुआ। वक्फ संशोधन बिल पर केंद्र के कदम का विरोध करते हुए राजद समेत तमाम विपक्षी दलों ने विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में जोरदार प्रदर्शन किया। विस में नेता प्रतिपक्ष ने वक्फ बिल को अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इसपर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की। इस दौरान विपक्षी विधायक सदन के वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सदन की कार्यवाही को दिन के 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
भाजपा और विपक्षी विधायकों में नोकझोंक
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बिल अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर अधिकार को कमजोर करने की कोशिश है। राजद विधायक कारी सोहेब ने भाजपा विधायक प्रमोद कुमार के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और वक्फ संपत्तियों पर किसी भी हस्तक्षेप को अस्वीकार्य बताया। कारी सोहेब ने कहा कि वक्फ की जमीन हमारी है और हम इसके मालिक हैं। भाजपा को अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों में हस्तक्षेप करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने विपक्ष की ओर से इस मुद्दे को विधानसभा में प्रस्ताव के रूप में पेश करने की भी अपनी मांग दोहराई।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर उठाये सवाल
विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी धर्मनिरपेक्ष छवि को बचाने के लिए केंद्र द्वारा लाए गए वक्फ बिल के विरोध में खुलकर बोलने की मांग की। राजद विधायकों ने नीतीश कुमार से स्पष्टता की अपेक्षा करते हुए कहा कि वह या तो इस बिल का समर्थन करें, या फिर इसके खिलाफ खड़े हों। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अभी भी वक्त है। अगर आप संविधान में विश्वास करते हैं तो अगर आप गांधी जी के विचार में विश्वास करते हैं तो किसी भी कीमत पर आप इस बिल का समर्थन मत कीजिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ गांधी की बात करते हैं लेकिन उनके दिल में गोडसे बसता है। हालांकि, आपके नेताओं ने आपके निर्देश पर पार्लियामेंट में समर्थन किया है। आपके पास अभी भी समय है। आप अपनी गलती को सुधारिये।