आज सोमवार 25 नवंबर से बिहार विधानसभा का नया सत्र शुरू हो गया है। इस शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के पहले दिन सबसे पहले चार नवनिर्वाचित विधायक को पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई गई। इसके बाद अनुपूरक बजट 2025-25 सदन के पटल पर रखा गया। सदन में सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री विजय चौधरी समेत एनडीए के सभी वरीय नेता उपस्थित हैं। इधर, कार्यवाही शुरू होने से पहले माले के विधायक हंगामा करने लगे। वह एनडीए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। माले विधायकों ने वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर प्रदर्शन किया।
कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत ही हंगामेदार रही। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर लेफ्ट और कांग्रेस विधायक प्रदर्शन करते हुए बिहार विधानसभा पहुंचे। विधायकों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह स्पष्ट करें कि वह इस विधेयक के समर्थन में है या विपक्ष में। मुख्यमंत्री को इस मामले पर अपनी राय स्पष्ट करनी होगी। वहीं लेफ्ट के विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विधेयक के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार मुसलमानों पर हमला कर रही है, जो कहीं से उचित नहीं है।
दिलीप जायसवाल का तेजस्वी को आफर
इधर विधानसभा की लॉबी में भी हालिया उपचुनाव की जीत—हार के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी घमासान जारी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने नेता प्रतिपक्ष को बड़ा ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीए में तेजस्वी यादव शामिल हो जाएं। इससे वह सेफ हो जाएंगे। बता दें कि शीतकालीन सत्र 29 नवंबर तक चलने वाला है। इस दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर माले विधायकों ने प्रदर्शन किया है।
इन चार नवनिर्वाचित विधायकों ने ली शपथ
इमामगंज में दीपा मांझी (हम)
तरारी से विशाल प्रशांत, (भाजपा)
बेलागंज से मनोरमा देवी (जदयू)
रामगढ़ से अशोक सिंह (भाजपा)