नवादा : जिले में पैक्स चुनाव की तैयारियां आरंभ कर दी गयी है। मतदाता सूची प्रकाशित कर दावा आपत्ति लेने का काम किया जा रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल क्या आदर्श सेवा नियमावली के तहत चुनाव कराया जा रहा है? जिले के अधिकांश पैक्सों के पैक्स प्रबंधक के अवकाश ग्रहण के बाद से पदरिक्त पड़ा है। उक्त पद को भरे बगैर चुनाव की तैयारियां आरंभ कर दी गयी है। अधिकांश पैक्स प्रबंधकों ने अपने अपने रिश्तेदारों को पैक्स प्रबंधक की जिम्मेदारी दे रखी है।
अब सबसे बड़ा सवाल वैसे प्रबंधकों द्वारा तैयार मतदाता सूची जायज है? अगर नहीं तो इसके लिए जिम्मेदार कौन? फिर चुनाव वैध कैसे? उपरोक्त बातें जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने चुनाव आयोग से सूचना के अधिकार के तहत पूछा है। जाहिर है जब सवाल खड़ा हुआ तो जबाब भी चुनाव आयोग को देना है। चर्चिल ने उदाहरण के तौर पर जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के बड़गांव का मामला पुख्ता सबूत के साथ उठाया है जो एक बानगी है।
उपरोक्त मामले को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लेते हुए इससे संबंधित पत्र जारी कर निबंधक समेत, डीएम,उपविकास आयुक्त, जिला सहकारिता पदाधिकारी आदि से जबाव तलब किया है। ऐसे में अब गेंद चुनाव आयोग के पल्ले में है। उठाये गये मामले में आयोग के निर्णय का इंतजार हर किसी को रहेगा। वैसे उपरोक्त मामले में जबाव संतोषजनक नहीं रहा तो उच्च न्यायालय में याचिका दायर किये जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
भईया जी की रिपोर्ट