आधुनिक समय में ज्ञान की नई धारा से जुड़ने के लिए बेहद महत्वपूर्ण : डॉ. दिलीप राम
ई-सामग्री निर्माण से ज्ञान के प्रसार में योगदान : प्रो. तरुण कुमार
पटना: पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस— 2024 के निमित्त “हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला” का शुभारम्भ पटना विश्वविद्यालय के जयप्रकाश नारायण अनुषद भवन में शुक्रवार को किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 200 प्रतिभागियों ने लाइव स्क्रीन के साथ अपनी सक्रिय प्रतिभागिता सुनिश्चित की। इस कार्यशाला के पहले दिन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह की उपस्थिति रही। उन्होंने अपने उद्घाटन सम्बोधन में अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आधुनिक तकनीक, मुक्त ज्ञान स्त्रोत, ई सामग्री निर्माण से जुड़ने एवं योगदान हेतु विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं एवं शिक्षकों का आह्वान किया। विभागाध्यक्ष डॉ. दिलीप राम ने कार्यशाला के लिए आयी दिल्ली की टीम का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यशाला न सिर्फ हिंदी विभाग के लिए अपितु पूरे विश्वविद्यालय के लिए आधुनिक समय में ज्ञान की नई धारा से जुड़ने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। प्रो. तरुण कुमार ने कहा कि नई पीढ़ी के सामने नई तकनीक है जसके माध्यम से वे अपना ज्ञान तो बढ़ा ही सकते हैं साथ ही ई-सामग्री निर्माण कर ज्ञान के प्रसार में अपना बहुमूल्य योगदान भी दे सकते हैं।
इस कार्यशाला का नेतृत्व कर रहे डॉ. अनिरुद्ध कुमार ने इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी की तुलना में अंग्रेजी भाषा में विकिपीडिया पर अधिक और उत्तम सामग्री उपलब्ध है। हिंदी में ई-सामग्री का निर्माण हिंदी भाषा-भाषी लोगों के कंधों पर है। विकिपीडिया पर हिंदी में ई-सामग्री का निर्माण एवं संपादन करना आधुनिक समय की मांग है। कार्यशाला के तकनीकी सत्र में विकिपीडिया प्रबंधक डॉ. अजीत कुमार तिवारी ने ‘विकिपीडिया पर ई-सामग्री निर्माण एवं संपादन पद्धति’ पर अपना अपना व्याख्यान दिया। इन्होंने लाइव स्क्रीन के द्वारा विकिपीडिया पर ई-सामग्री निर्माण एवं इसके संपादन की बारीकियों से अवगत करवाया।
तकनीकी सत्र में डॉ. सत्यम मिश्र ने ‘विकिपीडिया ई-सामग्री निर्माण एवं संपादक पद्धति’ पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। इन्होंने विकिपीडिया पर ई-सामग्री निर्माण हेतु पंचशील सिद्धान्तों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इन्होंने ने भी लाइव स्क्रीन के द्वारा उदाहरण सहित यह बताया कि विकिपीडिया पर क्या नहीं लिख सकते हैं और क्यों। ज्ञान कोश किसी प्रचार का माध्यम नहीं है। यहाँ किसी विषय पर पहले से मौजूद ज्ञान को ई-सामग्री के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। इस पर अपने मौलिक विचार की अभिव्यक्ति नहीं कर सकते हैं। अपनी निजी फ़ोटो नहीं लगा सकते हैं। किसी की भविष्यवाणी नहीं कर सकते। विकिपीडिया ज्योतिषी या भविष्य बताने की जगह नहीं है। यह अखबार नहीं है। विकिपीडिया तटस्थ दृष्टिकोण या निष्पक्ष दृष्टिकोण पर बल देता है। किसी व्यक्ति की निजी राय को तथ्य के रूप में प्रस्तुत नहीं कर सकते हैं। तकनीकी सत्र के अंतिम चरण में लाइव प्रयोग के रूप में विकिपीडिया पर हस्ताक्षर करवाने की विधि बताई गई। इस प्रकार पहला दिन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।