बिहार के 45 हजार से भी अधिक गांवों में आज मंगलवार से जमीन सर्वे का काम शुरू हो गया है। सरकार प्रदेश में भूमि विवादों के खात्मे और सही मालिक को उसकी जमीन हासिल होने के उद्देश्य से यह सर्वे करा रही है। इस सर्वे में किसी के पास अपनी जमीन के कागजात नहीं हैं तो उसे अपने कागजात बनवाने पड़ेंगे। इसे पड़ोसी के जमीन के कागजात के आधार पर बनवाया जा सकता है।
इस तरह बनवा सकते हैं कागजात
यदि किसी के पास अपनी जमीन के कागज़ात नहीं हैं तो कागजात बनवाए जा सकते हैं। क्योंकि यदि किसी के पास कागज़ न हों, लेकिन अगल—बगल के खेत या जमीन वाले लोगों के पास जो उनकी ज़मीन के कागज़ात होंगे, उसमें चौहद्दी में आपका नाम भी जरूर होगा। पड़ोसी जमीन वाले के कागज़ के आधार पर आप अपनी जमीन के कागज़ात बनवा सकते हैं। इसमें मूल बात यही है कि उस बिना कागज वाली जमीन पर आपका कब्जा होना चाहिए।
गैरमजरुआ खास और आम मामले में ये होगा
इसी तरह किसी के कब्जे में गैरमजरुआ खास जमीन है और वह खतियान में दर्ज है तो वह उसके पास ही बनी रहेगी। लेकिन जिनके पास गैरमजरुआ आम जमीन कब्जे में है, वह सरकार उनसे ले लेगी। जमीन सर्वे के लिए आपको कुछ दस्तावेज तैयार रखने होंगे। जैसे—जमीन की रजिस्ट्री, जमाबंदी की रसीद, खतियान की नकल, जमीन का नक्शा, पैतृक जमीन में स्वर्गीय पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र, आपका पहचान पत्र और शपथ पत्र।