स्वास्थ्य की दृष्टि से बरसात के चार महीने डराने वाले होते हैं। इन चार महीनों में बिहार ही नहीं, समूचे भारत में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू से प्लेटलेट्स अचानक गिरने लगते हैं और लोगों की मौत भी हो जाती है। लेकिन अब कोई चिंता की बात नहीं क्योंकि भारत में अगले साल तक डेंगू की वैक्सीन आ जाएगी। वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा फेज चल रहा है और इसके अगले साल तक बाजार में आ जाने की उम्मीद है।
चार कंपनियां कर रही हैं ट्रायल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्र ने राज्यों के साथ हुई बैठक के बाद डेंगू वैक्सीन की खुशखबरी दी। उन्होंने बताया कि भारत में चार कंपनियां डेंगू वैक्सीन पर ट्रायल कर रही हैं। ट्रायल पूरा होने के बाद इसे प्रोडक्शन में भेजा जाएगा। वैक्सीन आने के बाद देश में डेंगू मरीजों की मौत की संख्या में काफी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस बार डेंगू के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। यह सितंबर—अक्टूबर में अपने पीक पर होगा।
डेंगू पर राज्यों को गाइडलाइन जारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने कहा कि उन्होंने डेंगू को लेकर राज्यों के साथ बैठक की है। इस बार केस काफी बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए राज्यों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। उन्होंने कहा कि डेंगू के केस अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में सबसे ज्यादा आते हैं। अक्तूबर इसका पीक महीना होता है। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता को लेकर सभी राज्यों से बातचीत की गई है। राज्यों को गाइडलाइन भी जारी की गई है।
डेंगू से होने वाली मौतों में कमी
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी बताया कि वर्ष 2000 के मुकाबले अब डेंगू से होने वाली मौतों में कमी आई है। 2000 के आसपास डेंगू के केस में मोरटालिटी 3% थी, जो अब घटकर 0.1-0.2 % के करीब आ गई है। इस साल पिछले बार के मुकाबले 25-30 % केस बढ़े हैं।