पटना : आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले कोटे में कोटा और क्रीमी लेयर के बाद से बिहार में भी इसका विरोध शुरू हो गया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के लाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस फैसले का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट ले जाने का ऐलान कर दिया है। तेजस्वी यादव ने कल के प्रेस कांफ्रेंस में कहा था। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे थे। अब इस मसले को लेकर हमलोग कोर्ट जाएंगे।
तेजस्वी यादव ने प्रेस वार्ता में भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हम लोग शुरू से कहते थे कि भाजपा जातीय जनगणना के खिलाफ है वो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देना चाहती है। हमलोगों ( महागठबंधन ) ने पिछड़ों अतिपिछड़ों का जो आरक्षण बढ़ाया है, उसको बीजेपी अनुसूची 9 में डालना नहीं चाहती है। हम पहले से ही शंका थी कि कोई ना कोई कोर्ट चला जाएगा और इस पर रोक लगवा दिया जाएगा।
आगे उन्होंने कहा कि अगर 9वीं अनुसूची में इसको नहीं डाला जाएगा तो हम सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे। नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी का कोई नहीं सुना रहा है ये लोग सिर्फ सत्ता का मजा ले रहे हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। दलितों वंचितों के अधिकार को छिनने और ख़त्म करने नही देंगे। इसके लिए हमलोग सड़क से सदन तक की लड़ाई को लड़ेंगे।