पटना : बिहार में एक प्रेमिका ने अपने परिवार वालों द्वारा प्रेमी की हत्या के केस में चश्मदीद गवाही देकर अपने पिता, भाई, जीजा और भाभी समेत आठ लोगों को आजीवन कारावास की सजा दिलवा दी है। अररिया के बहुचर्चित लव स्टोरी में प्रमिका के परिवार वालों ने जुलाई 2022 में साजिश के तहत शादी के नाम पर प्रेमी छोटू को घर बुलाकर निर्मम हत्या कर दिया था। जिसके बाद प्रेमिका अपने घर को छोड़कर प्रेमी को इन्साफ दिलाने के लिए उसके घर जाकर रहने लगी और बाद में प्रेमी के बड़े भाई से शादी करवा दी।
मिली जानकारी के अनुसार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ रवि कुमार की अदालत ने अररिया के चर्चित लव स्टोरी में छोटू कुमार की हत्या के मामले में आठ दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सजा पानेवाले दोषियों में प्रमिका के पिता धीरेंद्र यादव, भाई रविकांत यादव और शशिकांत यादव, बहनोई पवन यादव और मिथिलेश यादव, भाभी रूबी देवी के अलावा चंदन यादव और निर्भय यादव शामिल हैं। कोर्ट ने सबको उम्रकैद के साथ 10-10 हजार रुपये के जुर्माने भी लगाया है। जुर्माने की राशि नहीं जमा करने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा का आदेश दिया गया है।
छोटू कुमार की हत्या को लेकर उसके पिता उमेश यादव के द्वारा जुलाई 2022 को रानीगंज थाना में मामला दर्ज कराया गया था। दर्ज मामले के अनुसार प्रेम प्रसंग में 6 जुलाई 2022 को छोटू कुमार की निर्मम हत्या हुई थी। छोटू को कमरे में बंद कर के पहले लाठी- डंडा और रॉड से पीटा गया और फिर करंट लगाकर हत्या कर दी गई थी। छोटू की प्रेमिका प्रेमी को न्याय दिलाने के लिए परिवार के खिलाफ हो गई. मामले में एपीपी प्रभा कुमारी ने फांसी की सजा की मांग की थी, जबकि बचाव पक्ष ने कोर्ट से कम से कम सजा देने की गुहार लगाई थी।
मामला रानीगंज थाना क्षेत्र के बरहुआ और रहरिया गांव की है। बरहुआ निवासी धीरेंद्र यादव की 19 साल की बेटी और रहरिया के 22 साल के छोटू के बीच फोन पर बातचीत की शुरुआत हुई जो जो प्यार में बदल गई। इसके बारे में लड़की वाले को जानकारी हुई तो उसके बाद साजिश के तहत छोटू कुमार को शादी के लिए बरहुआ बुलाया गया और छोटू कुमार जब वहां पहुंचा तो उसे बंधक बना लिया गया उसके बाद परिवार वालों के द्वारा उसे कमरे में बंदकर के खूब पीटा गया उसके बाद करंट लगाकार हत्या कर दी गई। उसके बाद अपने प्रेमी को न्याय दिलाने के लिए प्रेमिका छोटू के घर जाकर रहने लगी, बाद में परिवार वालों की सहमती से उसकी शादी छोटू के बड़े भाई से करा दिया गया। और अब जाकर वो अपने प्रेमी को न्याय दिला सकी।