आईयारा में जलस्तर नीचे चले जाने से पानी की किल्लत
करपी,अरवल : वर्षा नही होने एवम आसमान से गिर रही आग के कारण क्षेत्र में तेजी से जलस्तर नीचे जा रहा है। अईयारा गांव के वार्ड नंबर 13 में भूजल स्तर नीचे चले जाने के कारण दर्जनों चापाकल सूख गए हैं। मात्र एक चापाकल चल रहा है जहां पानी लेने के लिए ग्रामीणों की लाइन लग रही है। स्थानीय ग्रामीण मुकेश कुमार, हरि नारायण, शिवनाथ सिंह, अशोक सिंह, प्रमोद कुमार, राम विनय सिंह, शिवपूजन सिंह इत्यादि ग्रामीणों ने बताया कि जलस्तर नीचे चले जाने के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इस वार्ड में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की आबादी है जो एक चापाकल पर पीने के लिए पानी ले रहे हैं। जिसके कारण ग्रामीणों की लंबी लाइन लग रही है ।नल जल योजना की स्थिति खराब है। गड़बड़ी के कारण मोटर नहीं चल रहा है। जिसके कारण नल जल की आपूर्ति पिछले कई दिनों से ठप है। ग्रामीणों ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अंजली कुमारी, पीएचईडी के कनीय अभियंता के साथ जिलाधिकारी को भी दूरभाष से जानकारी देकर पेयजल की समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है।
पुलिस अधिकारी सुशील कुजूर पर विभागीय जाँच शुरू
करपी,अरवल – गलत डायरी लिखने और फर्जी सीडीआर न्यायलय मे संलग्न करने को लेकर किंजर थाने मे रह चुके पुलिस अधिकारी सुशील कुजूर पर विभागीय जाँच शुरू हो गया है! साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार के द्वारा राष्ट्रपति और डीजीपी के भेजे गए आवेदन पर यह करवाई हुई है ! दीपक ने कई एविडेंश देकर आरोप लगाया है की किंजर कांड संख्या : 27/12 मे कई पारा किंजर कांड संख्या :14/12 का लिखा गया गया।
वही सीडीआर फर्जी और बनावटी दिया गया है इसके विस्वसनीयता को लेकर 65(बी ) का सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है! कोई सीडीआर समय के बढ़ते क्रम मे होता है लेकीन पुलिस ने जो सीडीआर दिया है वह समय कभी बढ़ तो कभी घट रहा है! किस नबर पर मेसेज डिलीवरी हुआ है। उसका विवरण नहीं है!किस टेलीकॉम कंपनी ने कब किस ईमेल से सीडीआर दिया उसका विवरण नहीं है!
सीडीआर का विवेचना भी पुलिस डायरी मे नहीं है! वही सुशील कुजूर न्यायलय मे गवाही दिया है और सीडीआर का मान्यता नहीं दिला पाया है अर्थात इसे एक्सजीबीट (exhbt) नहीं कराया ! वही कुछ दिन पहले सुशील कुजूर गलत डायरी लिखने के मामले मे न्यायलय से लिखित माफी माँगा है! अब सवाल उत्पन्न होने लगा है जब पुलिस अपने ही मामले मे सीडीआर का मान्यता नहीं दिला पा रही है तो दूसरे पीड़ित को न्यायलय कैसे दिलाएगी!
क्या है आरोप
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार पर आरोप है है की एस.पी समेत कई थाना प्राभारी को गाली दिया, सरकारी कार्य मे बाधा पहुंचाया और रंगदारी माँगा! वही इस मामले मे दोनों तरफ से गवाही बंद हो चूका है केस आर्गुमेंट पर है पुलिस दो गवाहों अस्लम अली और सुशील कुजूर का बयान न्यायलय मे कराया है!
क्या है 65(बी )
अरवल न्यायलय के अधिवक्ता अखिलेश सिंह ने बताया की कोई पुलिस अधिकारी जब सीडीआर, स्क्रीनशॉट, फोटो, वीडियो, ऑडियो न्यायलय मे संलग्न करता है तो उसे एक सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक्स एविडेंस एक्ट 65 (बी ) के अंतरागत देना होता है की इस्मे कोई छेड़- छाड नहीं किया गया है और मूल रिसोर्स से एविडेंस को संग्रह किया गया है! अवश्यकता पड़ने पर मूल डिजिटल डिवाइस को प्रस्तुत करेंगे ! अगर कही से छेड़ छाड पाया गया तो मेरी जिम्मेदारी होंगी! अगर ए सर्टिफिकेट पुलिस नहीं लगाती है तो आरोपी को फायदा होता है !
क्या है क़ानून मे एक्सजीबीट टर्म
गवाह के द्वारा दिया गया एविडेंस या crpc-91 के अन्तर्गत पुलिस एविडेंस को संग्रह करके पुलिस डायरी मे संलग्न करती है! गवाह और पुलिस उस एविडेंस को गवाही के दौरान न्यायलय मे मान्यता दिलाने के लिए उसे एक्सजीबीट कराती है और एविडेंस एक्सजीबीट क्रम बध 1,2,3…. के रूप मे होता है! अगर कोई एविडेंस एक्सजीबीट नहीं हुआ तो उस एविडेंस का कोई वैल्यू नहीं रहता है!
क्या कहते है दीपक कुमार
दीपक ने कहा की पुलिस कोर्ट मे पूरी तरह फेल है गवाहों को भी नहीं प्रस्तुत कर पाई है! घटना जिस दिन पुलिस ने दिखाया है उस दिन मै यूपीएससी सिविल सर्विसेस का एग्जाम दिल्ली मे दे रहे थे! पुलिस ने जो सीडीआर दिया है उसमे कोई कॉल मेसेज 19 मई 2012 का है ही नहीं! अस्लाम अली मेरे रिपोर्ट पर निलंबित हुआ था इसके बदले के भावना से यह मुकदमा किया गया है!
निर्जला एकादशी व्रत कल, भीषण गर्मी में भगवान विष्णु को खुश करने के लिए बिना अन्न जल के श्रद्धालु पूरा करेंगे व्रत
कलेर,अरवल -भीषण गर्मी एवं लू से जनजीवन कराह रहा है। वही धर्म में आस्था रखने वाले श्रद्धालु कल मंगलवार को निर्जला एकादशी व्रत रखने की तैयारी में जुट गए हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। वैसे तो महीने में दो और पूरे साल में कुल 24 एकादशी व्रत होते हैं लेकिन इन 24 एकादशी में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इसे निर्जला एकादशी व भीमसेन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस एकादशी के व्रत से साल के 24 एकादशी के व्रत करने का फल प्राप्त होता है।
पांडवों ने भी इस व्रत को रखा था। कथाओं के अनुसार भीमसेन को सबसे ज्यादा भूख लगती थी लेकिन उन्होंने भी इस व्रत को रखा था। इसलिए इस व्रत को सभी एकादशी में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस संबंध में आचार्य कुंदन पाठक ने बताया कि 17 जून दिन सोमवार को सुबह 4 बजकर 43 मिनट से एकादशी तिथि की शुरुआत हो रही है जिसका समापन 18 जून को 6:24 पर होगा। ऐसे में निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को किया जाएगा।
इस व्रत को कठिन व्रत माना जाता है क्योंकि ज्येष्ठ मास में भीषण गर्मी होती है और इस भीषण गर्मी में बिना अन्न जल ग्रहण करके यह व्रत रखा जाता है। जो व्यक्ति पूरे साल एकादशी व्रत नहीं रख पाता है वह निर्जला एकादशी व्रत रखता है तो उसे पूरे साल के 24 एकादशी का फल प्राप्त होता है। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और बैकुंठ का मार्ग भी प्रशस्त होता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से जातक को मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही जातक के जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
कुर्था थानाध्यक्ष ने ली चौकीदारी परेड
कुर्था,अरवल। कुर्था थाना परिसर में रविवार को क्राइम कंट्रोल को लेकर थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने चौकीदारी परेड ली। इस दौरान चौकीदारों को थानाध्यक्ष के द्वारा कई आवश्यक दिशा निर्दश देते हुए कहा गया कि क्राइम कंट्रोल में चौकीदारों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। चौकीदार सजग रहे तो कोई भी आपराधिक घटना होने से पहले ही उसपर लगाम लगाई जा सकती है।
उन्होंने चौकीदारों से कहा कि आप लोग अपने अपने क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में सक्षम है। गांव की चहलकदमी से आप सब वाकिफ हैं इसलिए आपलोग शराब तस्करी व गांव में शराब बिक्री की जानकारी इकट्ठा करें, ताकि गिरफ्तारी हो सके।
वहीं उन्होंने कहा कि गांव में कहीं पर भी मनमुटाव एवं कोई घटना की आशंका हो तो तुरंत सूचना दें। उन्होंने कहा कि शराब व तस्करों के अलावा कई ऐसे फरारी व अपराधिक किस्म के लोगों को सूचना भेजी जाए, जिससे उनकी गिरफ्तारी हो सके।
इस अवसर पर पीएसआई स्वेता उपाध्याय,एएसआई चंद्रदेव महतो, अमित कुमार,चौकीदार मिथलेश कुमार अकेला उर्फ दारा सिंह, बबलू सिन्हा, उमा सिंह, शैलेश कुमार, राकेश कुमार, देवेन्द्र गोप, अभिषेक कुमार, संतोष कुमार, सुभाष कुमार, मोहम्मद सद्दाम, रामभवन सिंह सहित थाना क्षेत्र के सभी चौकीदार शामिल थे।
गंगा दशहरा के मौके पर पंचतीर्थ पुनपुन घाट पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
कुर्था,अरवल। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में गंगा दशहरा पर्व पर पंचतीर्थ स्थित पुनपुन नदी घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना कर घर-परिवार की खुशहाली की गंगा मैया से प्रार्थना की। पूजा अर्चना के बाद पंचतीर्थ पुनपुन घाट पर लगी दुकानों पर श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की।
घाट के आसपास पेड़ों के नीचे श्रद्धालुओं ने स्नान करने के बाद भोजन किया। रविवार की सुबह पांच बजे से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान करना प्रारंभ कर दिया। सुबह आठ बजे तक पुनपुन घाट पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली को गंगा मैया से प्रार्थना की। पंचतीर्थ घाट पर मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें बच्चों ने अपनी मनपसंद खिलौने व अन्य वस्तु खरीदी।
वहीं महिलाएं भी खरीदारी में पीछे नहीं रही। महिलाओं ने श्रंगार व घरेलू सामान की जमकर खरीदारी की। मेले में लगे पकौड़ी, जिलेबी,चाट,चौमिन के स्टालों पर लोगों की भीड़ लगी रही। गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान करने की मान्यता है। ऐसा मान्यता है की इस दिन गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थी जिसके कारण लोगों में आस्था है कि इस दिन गंगा में स्नान करने के बाद माँ गंगा से मांगी मन्नतें पूरी होती है। ऐसे मौके पर स्नान करने से पूर्व में किये गए पाप कर्म नष्ट हो जातें हैं।
कुर्था से चांदनी कुमारी की रिपोर्ट