अरवल – हाइब्रिड लर्निंग प्रोजेक्ट कार्यक्रम का उद्घाटन पायस मिशन स्कूल में उप विकास आयुक्त रविंद्र सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया मालूम हो की सीबीएसई के द्वारा हाइब्रिड लर्निंग प्रोजेक्ट के तहत पूरे भारत के चयनित साठ विद्यालयों को पायलट विद्यालय बनाया गया है जिसमें अरवल जिले में सिर्फ एक विद्यालय पायस मिशन स्कूल को यह उपलब्धि हासिल हुई है।
अपने उद्घाटन भाषण में उप विकास आयुक्त ने कहा कि आज के समय में शिक्षा सिर्फ किताबों तक ही सीमित नहीं रह गई है अपितु शिक्षा ग्रहण करने के कई तरीके हैं आधुनिक युग में कंप्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से आप घर बैठे भी उच्च श्रेणी के कोर्स कर सकते हैं इस तरह के अनेक संस्थाएं खुल गई है जो आपके घर बैठे शिक्षा प्रदान कर सकती है इसी के तहत सीबीएसई ने वर्ग अष्टम से चयनित पायलट स्कूलों को सभी तरह की सुविधा मुहैया करा रही है।
इसके तहत कंप्यूटर टाइप और एलईडी टीवी जैसे उपकरण निशुल्क स्कूलों को उपलब्ध कराई जा रही है ताकि ताकि विद्यालय के छात्र-छात्रा उच्च श्रेणी की शिक्षा ग्रहण कर सकें इन्होंने पायस मिशन स्कूल को बधाई देते हुए कहा कि अरवल जैसे जिले में भी पायस मिशन की बेहतरीन सुविधा को देखकर सीबीएसई ने इस स्कूल को पायलट स्कूल के रूप में चयनित किया है
हाइब्रिड लर्निंग प्रोजेक्ट के तहत पूरे भारतवर्ष के चयनित साठ पायलट विद्यालय को एक साथ सीबीएसई ने ऑनलाइन के माध्यम से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभी विद्यालयों के प्रचार प्रचार जाने ऑनलाइन ही अपने विद्यालय के उपस्थिति दर्ज कराई मौके पर विद्यालय के निर्देशक राजकुमार प्राचार्य सोनम मिश्रा कोऑर्डिनेटर प्रेम राजवंश शिक्षक श्याम सुंदर शर्मा कविता शर्मा के अलावे अन्य शिक्षक और कर्मी मौजूद थे।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट