NEET परीक्षा की PAPER LEAK के आरोप में CBI जांच की मांग.
उच्चतम न्यायालय ने NTA को नोटिस जारी कर मांगा जवाब।
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) परीक्षा की धांधली के आरोप में गहन जांच की मांग उठी है। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी कर मांगा है कि क्या इस घटना के पीछे कोई लीकेज़ का मामला है।
सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं, ताकि इस घटना के पीछे किसी भ्रष्टाचार का संकेत होने पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। NEET परीक्षा के इस मामले में सामान्यतः लाखों छात्र भाग लेते हैं, और ऐसे में इस तरह की घटनाएं छात्रों के विश्वास को डगमगा सकती हैं।
NTA को सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद शीघ्र उत्तर देने की मांग की गई है, और उम्मीद है कि जल्द ही उसकी जांच शुरू होगी। NEET परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर भारत में चिकित्सा और डेंटल कोर्सेज में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है, और इसकी लीकेज़ का संदेश बेहद चिंताजनक है।
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पेपर लीक को लेकर कई शहरों में छात्रों का प्रदर्शन
नीट एग्जाम के कथित पेपर लीक को देश के कई प्रमुख शहरों में प्रदर्शन देखने को मिले हैं. जहां दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों ने पेपर लीक का विरोध किया, वहीं कोलकाता के विकास भवन के बाहर भी प्रदर्शन देखने को मिला. छात्रों के एक ग्रुप ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते हुए ‘चौबीस लाख छात्र परीक्षा चाहते हैं, घोटाला नहीं’ के नारे लगाए. छात्रों का कहना है कि हमने परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की है और अब हम अपनी सीट चाहते हैं. नीट का रिजल्ट 4 जून को जारी किया गया था.
सरकार ने नीट पेपर लीक की बात को नकारा
केंद्र सरकार नीट यूजी एग्जाम में हुए पेपर लीक की बात को नकार दिया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अभी तक नीट एग्जाम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी, भ्रष्टाचार या पेपर लीक होने का ठोस सबूत नहीं मिला है. इससे जुड़े सभी फैक्ट्स सुप्रीम कोर्ट के समक्ष हैं और अभी विचाराधीन हैं. भ्रम फैलाने के प्रयास से इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है. इसकी वजह से छात्रों की मानसिक शांति प्रभावित होती है.
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि नीट काउंसलिंग शुरू होने वाली है. इस बीच पेपर लीक को राजनीतिक मुद्दा बनाना अनुचित है. ऐसा करना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के बराबर है. सरकार का ध्यान हमेशा से ही छात्रों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने पर रहा है.
यह मामला सुप्रीम कोर्ट द्वारा गंभीरता से लिया जा रहा है, और आशा है कि जल्द ही सच्चाई की जांच होगी और जिम्मेदार व्यक्तियों को सजा मिलेगी।
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