चुनाव बाद एग्जिट पोल पर अब बिहार में जदयू और आरजेडी के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है। जदयू के मंत्री अशोक चौधरी ने साफ कहा कि यह स्पष्टत: प्रधानमंत्री मोदी का वोट है जो एनडीए को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में एक—दो को छोड़कर जदयू की सीटें कम नहीं होंगी। क्योंकि यह बीजेपी या किसी कैंडिडेट को मिला वोट नहीं है। यह केवल और केवल प्रधानमंत्री को जनता द्वारा दी गई रिटर्न गारंटी का नरेंद्र मोदी का वोट है। वहीं राजद नेता मनोज झा ने एग्जिट पोल नतीजों पर तंज कसते हुए कहा कि एग्जिट पोल क्या होता है? बिल्कुल बकवास। आप जानते हैं कि कितनी बार यह असफल हुआ है। एग्जिट पोल में बड़े लोगों का खर्च होता है। पीएमओ का होता और कुछ चैनल्स का होता है। उनको उनके खर्च का उत्सव मनाने से हमें कोई दिक्कत नहीं है।
क्या-क्या कहा नीतीश के मंत्री अशोक चौधरी ने
जदयू नेता अशोक चौधरी ने लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल नतीजों पर कहा कि इसमें बताया जा रहा है कि नीतीश जी का वोट बैंक टूटा है। उन्हें मैं बता दूं कि नीतीश जी का वोट बैंक इंटैक्ट है। नीतीश जी को महादलित, अतिपिछड़ा और बीजेपी का सवर्ण वोट मिला है। आरजेडी को काफी गुमान था। उन्हें लग रहा था कि 15-20 सीट जीतेंगे। लेकिन इसके नतीजे एजेंसियों ने आरजेडी के लिए उल्टा बताये हैं। इसलिए एग्जिट पोल को वे नकार रहे। नीतीश की वजह से एनडीए का वोट बैंक बिहार में और मजबूत हुआ है।
राजद के मनोझ झा ने किया पलटवार
उधर आरजेडी सांसद मनोज झा ने पलटवार करते हुए कहा कि चार जून का इंतजार कीजिए। इस चुनाव की हकीकत यह है कि प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री की हवा टाइट कर दी थी। वे रोजगार पर कुछ नहीं बोले जबकि तेजस्वी यादव लगातार रोजगार देने की बात करते रहे। प्रधानमंत्री भैंस, मंगलसूत्र और मुजरा पर ही अटके रहे। अगर इसके बाद भी नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो मुझे तो चिंता होगी कि मेरा लोकतंत्र मेरा उतना स्वस्थ नहीं है जितना हम सोचते हैं।