भाजपा के मजबूत स्तंभ और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी का आज पटना में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व. मोदी की पत्नी से फोन पर बात की और उन्हें ढांढस बंधाया। सुशील मोदी के पार्थिव शरीर को आज दिल्ली से पटना लाया जा रहा है। पार्थिव शरीर को पटना के राजेंद्र नगर स्थित आवास पर ले जाया जाएगा और फिर बीजेपी कार्यालय में रखा जाएगा। उनके अंतिम संस्कार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
इसबीच सुशील मोदी के निधन पर शोक संवेदना संदेशों का तांता लगा हुआ है। आरएसएस प्रमुख ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि हमने सादे देश और खासकर बिहार की चिंता करने वाले अपने जागृत सामाजिक कार्यकर्ता और कुशल राजनेता को खो दिया। सुशील जी सार्वजनिक जीवन में सैद्धांतिक निष्ठा और पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद
पटना साहिब लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद ने इस घटना पर दुख जताया है. मंगलवार को पत्रकारों से उन्होंने कहा कि सुशील कुमार मोदी बड़े भाई के समान थे. हम लोगों ने छात्र संघ में साथ काम किया. जेपी आंदोलन में साथ काम किया था. जेल में साथ रहे. लाठी भी खाई. देश की राजनीति में साथ काम किया.
जदयू और राजद ने भी शोक जताया
जदयू नेता और बिहार सीएम नीतिश कुमार ने कहा कि सुशील कुमार मोदी जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही थे और उन्होंने डिप्टी सीएम के तौर पर काफी वक्त हमारे साथ काम किया। मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन से मैं मर्माहत हूं। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व सीएम राबड़ी देवी एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सन् 1974 आंदोलन के दिनों और उसमें सुशील मोदी की भूमिका को याद करते हुए शोक व्यक्त किया।