नवादा : जिले की नेमदारगंज पुलिस ने सड़क लूट (डकैती) से संबंधित एक कांड का सफल उद्भेदन किया है। मामला पूरी तरह से फर्जी निकला। शिकायतकर्ता (पीड़ित) ने जिस मोबाइल लूट की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी, वह उसके घर से ही बरामद हुआ। जबकि, लूटे गए रुपए वह ऑनलाइन गेम खेलने में हार चुका था। पूरे मामले का राजफाश पुलिस ने घटना के 3 दिनों के अंदर करने का दावा किया है।
पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि नगर थाना के महुली सिसवां निवासी विशुन यादव का पुत्र उत्तम कुमार ने 8 मई 24 की रात 8:30 बजे नेमदारगंज थाना पुलिस को शिकायत दिया कि नवादा-हिसुआ मार्ग पर खिरन महुली के पास उसके साथ लूटपाट की घटना हुई है। 3 बाइक पर सवार 6 बदमशों ने 19 हजार रुपए, ओप्पो कंपनी का मोबाइल, गले में रहा सोना का लॉकेट आदि लूट लिया।
उत्तम खिरन-महुली के पास स्थित आरडीए वर्लपूल के गोदाम में काम करता था। वहीं अपनी बाइक लगाकर घर लौट रहा था। तभी घटना को अंजाम दिया गया। शिकायत के आलोक में पुलिस ने एफआईआर कांड संख्या 145/24 दिनांक 9.5.24 दर्ज कर मामले का अनुसंधान शुरू किया। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के द्वारा थानाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। तकनीकी अनुसंधान और शिकायतकर्ता से पूछताछ शुरू हुई तो घटना संदिग्ध प्रतीत हुआ।शिकायतकर्ता अपना बयान बार-बार बदल रहा था।
आसपास के लोगों के द्वारा पूछताछ किया गया तो पता चला शिकायतकर्ता ऑनलाइन पोर्टल पर पैसे लगाता है। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो सारा सच सामने आ गया। पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता उत्तम कुमार जो कि खुद को पीड़ित बता रहा था वह dream11, winzo,mycircle 11 (माय सर्किल 11) जैसे कई ऑनलाइन पोर्टल पर पैसा लगाने का काम करता था। दिहाड़ी का पैसा घर नहीं देना पड़े इसलिए उसने लूट की घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई जो की पूरी तरह मनगढ़ंत था।
पुलिस ने उत्तम की निशानदेही पर उसके घर छापामारी कर कथित लूटी गई मोबाइल को बरामद किया। मोबाइल की जांच की गई तो पता चला कि लगभग 24000 वह ऑनलाइन पोर्टल्स के जरिए हार चुका था। इस प्रकार पुलिस ने इस मामले का सफलतापूर्वक उद्वेदन किया। फिलहाल, उत्तम को पीआर बॉन्ड पर थाने से मुक्त कर दिया गया है। पुलिस अग्रेतर कार्रवाई कर रही है।
भईया जी की रिपोर्ट