मुजफ्फरपुर – विश्व रेड क्रॉस दिवस और रेड क्रिसेंट दिवस अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस और रेड क्रिसेंट दिवस के के अवसर पर साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने कहा कि मानवीय मूल्यों के वास्तविक जीवन सिद्धांतों का वार्षिक उत्सव 8 मई है। अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति के संस्थापक और 1901 ई. में प्रथम नोवेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्ता हेनरी डुनेंट का जन्म 8 मई 1828 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में हुआ और मृत्यु 30 अक्टूबर 1910 को हेडन, स्विट्जरलैंड में हुई थी।
रेड क्रॉस के संस्थापक जीन हेनरी ड्यूनेट ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद पेश किया “रेड क्रॉस ट्रूस” के रूप में जानी जाने वाली पहल का अध्ययन किया गया था। रेड क्रॉस के 14वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय आयोग की स्थापना की गई। 1934 में टोक्यो में रेड क्रॉस के 15वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत की गई प्रतिवेदन को मंजूरी दी गई।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1946 ई. में टोक्यो प्रस्ताव का लीग ऑफ़ रेड क्रॉस सोसाइटीज़ द्वारा अध्ययन करने के बाद 1991 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज़ कर दिया गया। युद्धविराम के सिद्धांतों और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी प्रयोज्यता पर विचार करते हुए अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस के प्रस्ताव को अपना कर प्रथम रेड क्रॉस दिवस 8 मई 1948 को मनाया गया। “विश्व रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट दिवस”का रूप 1984 ई. बन गया। स्वंर्णिम कला केंद्र की अध्यक्षा एवं रेड क्रॉस के आजीवन सदस्य उषा किरण श्रीवास्तव ने रेड क्रॉस के उद्देश्य एवं कार्य पर प्रकाश डाला।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट