बिहार के बेतिया में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक हेडमास्टर की सांप्रदायिक मानसिकता को लेकर सवाल खड़े हो गए। मामला घोकराहां उच्च मध्य विद्यालय का है जहां हेडमास्टर शहाबुद्दीन पर रामनवमी के सरकारी छुट्टी वाले दिन भी जानबूझकर स्कूल खोले रखने का आरोप लगा है। डीएम ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए प्रधान शिक्षक के खिलाफ जांच बैठा दी है। अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले मास्टर जी के खिलाफ डीएम के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
जानकारी के अनुसार 17 अप्रैल को सरकार ने सरकारी स्कूलों में रामनवमी की छुट्टी घोषित कर रखी है। लेकिन जब इस दिन भी घोकराहां उच्च मध्य विद्यालय को हेड मास्टर शहाबुद्दीन ने खोले रखा तब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। लेकिन हेडमास्टर स्कूल खोले रखने पर अड़े रहे। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बेतिया डीएम से कर दी।
इधर जांच में हेडमास्टर के खिलाफ कई अनियमितताएं पकड़े जाने की बात सामने आ रही है। इनमें दायित्वों का पूरी निष्ठा से पालन नहीं करना, मनमानी करना, साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने समेत तमाम बातों में हेडमास्टर साहब फंसते नजर आ रहे हैं। डीईओ ने पत्र जारी कर हेडमास्टर से पूछा है कि क्यों नहीं वेतन कटौती की कार्रवाई उनके खिलाफ की जाए।