जिला जज ने की अधिवक्ताओं के समक्ष शिकायतों की जांच
नवादा : व्यवहार न्यायालय में जिला जज पुरूषोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में विजिलेन्स कमिटी की बैठक हुई। बैठक में शिकायत पेटी से निकले शिकायत आवेदनों का निपटारा किया गया।
बैठक में ए. डी. जे. सुभाष चंद्र शर्मा, सी. जे. एम. चन्दन कुमार, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा, महासचिव संत शरण शर्मा, जी. पी. ओमप्रकाश चौरसिया, प्रभारी पी. पी. मोहम्मद तारिक, अधिवक्ता नवल किशोर सिंह, प्रमोद कुमार वर्मा, रेखा कुमारी आदि मौजूद रही। उन्होंने प्राप्त शिकायतों का समाधान कराने में हर संभव सहयोग का आश्वासन अधिवक्ताओं को दिया।
तेज रफ्तार का कहर, ट्रक से कुचलकर निजी विद्यालय संचालक की मौत
नवादा : जिले के नवादा-पकरीबरांवा पथ पर तेज रफ्तार का कहर टूट पड़ा। ट्रक ने मोटरसाइकिल सवार को ऐसा कुचला कि ट्रक के चक्के में फंसे मृतक के शव को निकालने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। चालक वाहन छोड़ फरार होने में सफल रहा। जिले कादिरगंज थाना के समीप दिल दहला देने वाली घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पथ को जामकर बबाल काटा।
थानाध्यक्ष श्रवण राम ने बताया कि रोह थाना क्षेत्र के मनियोचक गांव आ मनोज कुमार रोह से अपनी मोटरसाइकिल से नवादा आ रहा था। थाना के पास तीखी मोड़ के समीप मुड़ते ही पकरीबरांवा से नवादा की ओर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से घटनास्थल पर मौत हो गयी। चालक वाहन छोड़ फरार हो गया।
मृतक रोह में निजी विद्यालय चलाता था। शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज परिवार वालों को सूचित किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया जायेगा। दुर्घटनाग्रस्त दोनों वाहनों को जप्त कर अग्रेतर कार्रवाई आरंभ की गयी है।
डीएम ने किया जनता दरबार का आयोजन, कई मामलों का हुआ ऑन स्पॉट निष्पादन
नवादा : प्रशांत कुमार सी.एच. जिलाधिकारी ने समाहरणालय सभाकक्ष में साप्ताहिक जनता दरबार का आयोजन किया। जनता दरबार में कुल 27 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से आधे से अधिक आवेदनों को ऑन स्पॉट निष्पादन कर दिया गया। मुख्य रूप से भूमि विवाद, प्रधानमंत्री आवास योजना, आपसी विवाद, मनरेगा, आपूर्ति, हर घर नल का जल, आपदा आदि से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। जनता दरबार में जिला पदाधिकारी ने सभी आवेदकों से बारी-बारी से उनकी समस्याओं को़ सुना और त्वरित निष्पादन करने का आश्वाशन दिया।
जनता दरबार में थाना-रजौली, ग्राम-बहादुरपुर के कृष्णकुमार विश्वकर्मा, अंचल-रजौली, पंचायत-धमनी, ग्राम-कुम्हरूआ के गोवर्द्धन गोप, थाना-रोह, पोष्ट-कोशी, ग्राम-भंडाजोर के मंटु पंडित, थाना-रजौली, ग्राम-अंधरवारी के रामविलास सिंह, थाना-नारदीगंज, ग्राम-परमा के विनोद कुमार, थाना-गोविन्दपुर, पोस्ट-कुंडा भलुआ, ग्राम-भलुआ के रूद्र कुमार, रविन्द्र कुमार और प्रेमचन्द्र कुमार, थाना-वारिसलीगंज, ग्राम-पैगरी, के मनीया देवी, प्रखंड-पकरीबरावां, थाना-धमौल, पो0-गुलनी, ग्राम-तपसीपुर के आनन्दी प्रसाद ने अपने-अपने आवेदन के द्वारा शिकायत प्रस्तुत किया। कुछ आवेदनों को जिला पदाधिकारी द्वारा तत्काल समाधान कराया गया।
उन्होंने अन्य शिकायतों को संबंधित पदाधिकारियों से सम्पर्क स्थापित कर मामले का जॉच करने का निर्देश दिये। सभी संबंधित विभाग को एक सप्ताह के अन्दर समस्याओं का समाधान कर प्रतिवेदित देने का निर्देश दिया गया। जनता दरबार में दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त, राजीव कुमार गोपनीय प्रभारी, डॉ0 राजकुमार सिंहा अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
डीएम ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण, उपस्थित पदाधिकारियों को दिया कई निर्देश
नवादा : प्रशांत कुमार सी.एच. जिला पदाधिकारी ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल के कई स्थानों यथा-सर्जिकल वार्ड के अन्दर एवं बाहर/महिला एवं प्रसूति वार्ड, पैथोलौजी भवन के बाहर तथा सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर परिसर में गंदा पानी यत्र-तत्र फैला था। सिविल सर्जन को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।
जिला पदाधिकारी ने सदर अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में पहुंचने पर पाया कि सर्जिकल वार्ड का भवन काफी पुराना है तथा वर्तमान में कुल 22 बेड लगे हैं। इन सभी बेडों पर मरीज हैं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इन बेडों पर बिछे चादर भिन्न रंगों के हैं तथा कुछ गंदे हैं।
सिविल सर्जन से पूछने पर अस्पताल प्रबंधक, सदर अस्पताल द्वारा बताया गया कि विभागीय प्रावधानानुसार गुरूवार को पर्पल रंग का चादर बिछाया जाता है। साथ ही यह भी पाया गया कि सर्जिकल वार्ड के अंदर वाले हॉल में कुछ बेडों पर मरीजों को जो स्लाईनै किया जा रहा है उसकी विधिवत् प्रक्रिया नहीं अपनायी गयी है। इस संबंध में सिविल सर्जन, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, डी०पी०एम०, जिला स्वास्थ्य समिति, एवं अस्पताल प्रबंधक, को आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा अस्पताल परिसर के अलग भवन में संचालित इमरजेंसी वार्ड पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इस भवन में कुल 20 बेड हैं तथा सभी बेडों पर मरीज हैं। निरीक्षण के वक्त डॉ० अमित कुमार अपने कक्ष में उपस्थित रहकर मरीजों का ईलाज कर रहे थे। वार्ड में जगह की काफी कमी होने के कारण बेडों के बीच दूरियां कम हैं तथा एक दूसरे बेड लगभग सटे हैं। ए०एन०एम० एवं जी०एन०एम० द्वारा भी अपने कक्ष में उपस्थित रहकर कार्य का संपादन किया जा रहा था। इमरजेंसी वार्ड में उपलब्ध साफ-सफाई की व्यवस्था एवं चिकित्सकीय व्यवस्था में और अधिक सुधार करने का निदेश दिया गया।
जिला पदाधिकारी ने अस्पताल परिसर के अलग भवन में संचालित महिला एवं प्रसुति वार्ड पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में इस वार्ड में कुल 16 महिला भर्ती हैं। सिविल सर्जन तथा उपाधीक्षक, सदर अस्पताल को निदेश दिया गया कि भर्ती महिलाओं को विभागीय प्रावधानानुसार सभी चिकित्सकीय एवं अन्य सुविधा उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने महिला एवं प्रसुति वार्ड निरीक्षणोपरांत अस्पताल परिसर के अलग भवन में संचालित जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि भव्या कार्यक्रम/ऐप से संबंधित कमांड एण्ड कंट्रोल रूम बंद है। साथ ही पाया गया कि जिला स्वास्थ्य समिति के मुख्य द्वार पर कार्यालय का नाम का कोई बोर्ड नहीं लगा है। इस संबंध में डी०पी०एम०, जिला स्वास्थ्य समिति को आवश्यक निदेश दिया।
एसएनसीयू के निरीक्षण में पाया गया कि इस वार्ड में वर्तमान में कुल 11 नवजात शिशु भर्ती हैं तथा इनका ईलाज डॉक्टर सुनिल कुमार द्वारा किया जा रहा है। डॉ कुमार द्वारा बताया गया कि इस वार्ड में किसी नवजात का सर्जरी नहीं की जाती है। एसएनसीयू के बाहर निकलने पर पाया गया कि एसएनसीयू के अंदर भर्ती नवजात की माँ अथवा उनके अभिभावकों के प्रतीक्षा हेतु प्रतीक्षालय का निर्मित नहीं होने के कारण जिला स्वास्थ्य समिति के मुख्य द्वार पर जमीन पर बैठे हुए हैं। उपस्थित कुछ पत्रकार द्वारा भी इस संबंध में आपत्ति जतायी गयी। सिविल सर्जन, नवादा को निदेश दिया गया कि वे एसएनसीयू के बाहर निर्मित होने वाले प्रतिक्षालय से संबंधित संचिका 24 घंटे के अंदर उपस्थापित करेंगे।
प्री फेब्रीकेटेड पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इस वार्ड में कुल 26 बेड हैं तथा वर्तमान में 19 महिला ऑपरेशन उपरांत भर्ती हैं। वार्ड में लगे बेड में परदा काफी गंदा पाया गया। इस संबंध में सिविल सर्जन तथा उपाधीक्षक, सदर अस्पताल आवश्यक निर्देश दिया।
लू-वार्ड निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि सदर अस्पताल परिसर में अवस्थित प्री फेब्रीकेटेड पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में ही आधे भाग में लू-वार्ड के रूप में विकसित किया गया है। इस वार्ड में कुल 11 बेड को तैयार किया गया है। सिविल सर्जन, को निदेश दिया गया कि लू-वार्ड में आकस्मिक स्थिति के मद्देनजर चिकित्सकों की रोस्टरवार प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे। सदर अस्पताल परिसर स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण में पाया गया कि वार्ड के नीचले तल पर 12 बेड लगे हैं, वहीं प्रथम तल पर भी 12 बेड लगे हैं। द्वितीय तल पर जिला पुलिस बल के पुलिस आवासित हैं।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि भवन में ऑक्सिजन पाईपलाईन है, किंतु वह क्रियाशील नहीं है। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश सिविल सर्जन को दिया गया। इमरजेन्सी वार्ड के मुख्य द्वार पर सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी का संशोधित आदेश वर्ष 2022 का ही है। इसे अद्यतन किये जाने का निर्देश दिया गया। सदर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है। इसका समुचित प्रचार-प्रसार नहीं किया गया है।
इस सुविधा का प्रचार-प्रसार अस्पताल परिसर के अंदर तथा सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर बड़े फलैक्सों में करना सुनिश्चित करेंगे। पोस्टमॉर्टम हाउस के पास समुचित विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था किये जाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर राम कुमार प्रसाद सिविल सर्जन, एसडी अरैय्यर उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, अमित कुमार डी०पी०एम०, जिला स्वास्थ्य समिति, एवं कुमार आदिध्त्य अस्पताल प्रबंधक के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
नवादा से भईया जी की रिपोर्ट