मतदान केंद्र पर तैनात सिपाही की एसएलआर व 20 गोली चोरी, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, सिपाही निलंबित
नवादा : जिले में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हो रहा है। इस बीच कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। जी हां, कड़ी सुरक्षा के बीच आरंभ हुये मतदान के बीच पकरीबरांवा थाना क्षेत्र के राजोबीघा गांव बूथ संख्या दांया भाग 234 पर सिपाही के एसएलआर व 20 कारतूस चोरी होने की बात सामने आयी है।
सिपाही की एसएलआर व 20 कारतूस चोरी
मतदान केंद्र के करीब 200 मीटर की दूरी पर बारात ठहरी हुई थी। पोलिंग पार्टी के साथ पांच सुरक्षा बल गए थे, जिसमें एक उत्तम कुमार सिपाही, जिसकी रायफल व कारतूस रात को ही किसी ने चुरा ली।
पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
जिले के पकरीबरांवा थाना क्षेत्र के राजोबीघा गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय के दांतों भाग में बने मतदान केंद्र नंबर 234 पर तैनात सिपाही समस्तीपुर जिला पुलिस बल 558 के उत्तम कुमार राउत का एसएलआर व 20 कारतूस गायब हो गया है, जिसमें 20 राउंड गोलियां भी लोडेड है। वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस टीम रायफल की खोजबीन में जुट गयी है।
सिपाही निलंबित
समस्तीपुर जिला बल के सिपाही उत्तम कुमार राउत का एसएलआर रायफल, जिसमें 20 राउंड गोलियां भी थीं। बताया जाता है कि सिपाही उत्तम कुमार को उक्त बूथ पर सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। जब जवान सुबह उठा तो वो अपने रायफल को उक्त स्थान पर नहीं पाया। हथियार की किसी अज्ञात द्वारा चोरी कर लिया गया है। पुलिस रायफल की खोजबीन में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही किसी नतीजे तक पहुंचा जा सकता है। फिलहाल रायफल गायब होने की घटना के बाद प्रशासन ने सख्त फैसला लिया है और सिपाही को निलंबित कर दिया है। इस बावत पकरीबरांवा थाना कांड संख्या 179/24 दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है।
एक भी मतदाता नहीं पहुंचा वोट डालने, कारण जान माथा पकड़ लेंगे..!
नवादा : नवादा संसदीय क्षेत्र के गोविंदपुर विधानसभा अंतर्गत उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखण्ड के बूथ संख्या- 328 पर लोकसभा चुनाव को लेकर एक भी मतदाताओं ने अपना वोट का प्रयोग नहीं किया। बताया जाता है कि यहां के मतदाताओं में मतदान केंद्र उनके गांव से स्थानांतरित कर दूसरे गांव में कर दिए जाने से काफी नाराजगी थी जिस कारण इस गांव के मतदाताओं ने अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए वोट का बहिष्कार किया।
पीठासीन अधिकारी राज कुमार प्रसाद सिन्हा ने एक भी मतदाताओं द्वारा वोट नहीं डाले जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि बूथ संख्या-328 पर कुल 762 मतदाताओं में 391 पुरूष एवं 371 महिला है। परंतु शुक्रवार को दोपहर तक मतदान केंद्र पर एक भी मतदाता वोट डालने नहीं पहुंचे। यहां तक कि इस मतदान केंद्र पर किसी भी राजनीतिक दल अथवा निर्दलीय प्रत्यशी का पोलिंग एजेंट (मतदान अभिकर्ता) तक नहीं पहुंच सका। ग्रामीण सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दनियां गांव के मतदाताओं का बूथ उनके गांव में ही प्राथमिक विद्यालय दनियां में था, परंतु सुरक्षा कारणों से प्रशासन द्वारा उसे बार-बार स्थानांतरित कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचम्बा कर दिया जाता है।
ग्रामीणों के अनुसार इस गांव में जाने के लिए सड़क मार्ग नहीं है। मुख्य मार्ग से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर मतदान केंद्र है। जंगली मार्ग से भी लगभग पांच-सात किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर मतदाताओं को स्थानांतरित मतदान केंद्र में वोट डालने जाना पड़ता है। पूर्व से ही सड़क निर्माण की मांग ग्रामीणों द्वारा की जाती रही है। परंतु आज तक उनलोगों के गांव तक जाने के लिए सड़क का निर्माण नहीं किया जा सका है। सड़क निर्माण कार्य नहीं होने एवं बूथ स्थानांतरण से आक्रोशित ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार कर दिया।
कोलजा के बूथ संख्या 137 के मतदाताओं ने किया मतदान का बहिष्कार
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के बकसोती पंचायत कोलजा गांव के बूथ संख्या 237 के मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया। चुनाव बहिष्कार की घोषणा से प्रशासन का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के अभियान को झटका लगा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि हर चुनाव के पूर्व राजनीतिक दलों के प्रत्याशी रोड बनाने का आश्वासन देते आ रहे हैं।मतदान समाप्त होते ही पथ निर्माण तो दूर गांव झांकना तक उचित नहीं समझते हैं। ऐसे में मतदान बहिष्कार करना ग्रामीणों की मजबूरी हो गयी है।
ग्रामीणों ने एक स्वर से रोड नहीं वोट नहीं का नारा बुलंद किया है। सोशल मीडिया पर वोट बहिष्कार से संबंधित वीडियो वायरल होने के बावजूद प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा पाने से नाराज मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। इस प्रकार जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर विधानसभा के दो बूथों के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर विकास कार्य की पोल खोलकर रख दी है।
जब वोट डालने पहुंचे मतदाता तो खुद के मृत होने की मिली जानकारी
नवादा : लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान जिले में जारी है।प्रत्याशियों का भाग्य संध्या छह बजे ईवीएम में कैद जायेगा। सुबह से ही मतदाता अपने-अपने बूथों पर पहुंचने लगे थे। मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व के भागीदार बने। जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में एक बूथ पर निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक मृत घोषित हो चुकी एक महिला वोट करने पहुंच गयी, वहीं रोह में भी एक जीवित मतदाता को मृत घोषित किये जाने का मामला सामने आया है।
रजौली में महिला को खुद के मृत होने की मिली जानकारी
जिले के रजौली में बूथ नंबर 289 पर मतदान की प्रक्रिया चल रही थी। मतदाता वोट डालने के लिए कतार में लगे थे। मतदानकर्मी वोटरों के पहचान पत्र को वेरिफाइ करके अनिवार्य प्रक्रिया का पालन कराते हुए मतदान करवा रहे थे। इसी दौरान एक महिला मतदाता उषा देवी जब मतदान के लिए पहुंचीं तो उन्हें पता चला कि वो वोट नहीं डाल सकतीं।
दरअसल, निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड में उन्हें मृत घोषित किया गया था और वोटर लिस्ट से नाम काट दिया गया था। लेकिन जब वो खुद सामने आयीं तो उन्हें ये जानकर हैरानी हुई। इस तरह वोट डालने से वो वंचित रह गयी।
रोह में युवक का नाम वोटर लिस्ट से काटा, रिकॉर्ड के अनुसार मौत..
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का ऐसा ही एक मामला जिले के रोह में पाया गया, जहां उत्तर विद्यालय रोह के बूथ नंबर 40 पर जब पंकज कुमार नाम के एक मतदाता वोट डालने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उन्हें मृत घोषित कर उनका नाम विलोपित कर दिया गया है।
बताते चलें कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत कई बूथों से मिल रही हैं। नाम विलोपित करने या दूसरे बूथों पर नाम शिफ्ट करने का मामला सामने आ रहा है। वोटरों को अपना नाम वोटर लिस्ट में ढूंढने में परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि जिले में इसे लेकर अभियान तक चलाया जा चुका है। लेकिन कई मतदाताओं ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा जिसके कारण उन्हें वोटिंग के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिले में 20 लाख से अधिक वोटर …
गौरतलब है कि नवादा लोकसभा क्षेत्र के 20 लाख छह हजार 124 वोटर चुनावी मैदान में डटे आठ प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। संसदीय क्षेत्र के विधानसभा रजौली, हिसुआ, नवादा, गोविंदपुर, वारिसलीगंज व बरबिगहा में वोट डाले जा रहे हैं। चुनावी संग्राम के लिए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंताजम किये गये हैं। सुबह सात बजे से वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मतदान की प्रक्रिया रजौली व गोविन्दपुर विधानसभा में चार बजे व शेष में छह बजे शाम समाप्त हो जायेगी।
लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी के जज़्बे को सलाम
नवादा : जिले के नगर क्षेत्र के अंसार नगर निवासी 80 वर्षीय मो. अनीस अंसारी लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी के रूप में जाने जाते रहे हैं। यही कारण है कि हर कोई उनके जज्बे को सलाम करने से बाज नहीं आते। लोकसभा चुनाव, विधानसभा का चुनाव हो या फिर नगर परिषद का मतदान के दिन मुहल्ले के वैसे मतदाताओं को जो शरीर से चलने फिरने में असमर्थ हैं उन्हें व्हिलचेयर से बारी बारी मतदान केंद्र न केवल लाने व मतदान समाप्ति के बाद उन्हें घर तक सुरक्षित पहुंचाने का दायित्व भलिभांति निभाते हैं। इसके एवज में किसी से कोई बख्शिस स्वीकार करना उनके फितरत में नहीं है।
अनीस बताते हैं लोकतंत्र में मतदान का बहुत बड़ा महत्व है। हर किसी को मतदान अवश्य करना चाहिए। लेकिन वैसे लोग बंचित रह जाते हैं जो शरीर से अस्वस्थ या फिर चलने फिरने में विवश हो जाते हैं। फिर ऐसा करने से उन्हें आत्मसंतुष्टि मिलती है।
मो. लड्डन बताते हैं बचपन से ही ऐसा हावी रहा है। जबसे होश संभाला उन्हें हर चुनाव में ऐसा करते पाया। यही कारण है कि उनके जज्बे को हर कोई सलाम करने से बाज नहीं आता।
अग्निकांड में आधा दर्जन से अधिक घर जलकर राख
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के महुडर पंचायत की महुलियाटांड़ गांव के रेहड़ी टोला में अचानक आग लग जाने से आधा दर्जन से अधिक घर जलकर राख हो गया। अगलगी की घटना में लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान का अनुमान है। सभी घर अनुसूचित परिवार के बताए जाते हैं। ग्रामीणों द्वारा काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
सूचना के बाद पहुंची अग्निशमन की टीम ने आग पर काबू पाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजली की शार्ट सर्किट से अचानक आग लग जाने से महुलियाटांड़ गांव के रेहड़ी टोला निवासी कीरत रविदास, गोगल रविदास, मितन रविदास, रामचन्द्र रविदास, गोपाल रविदास, कारु रविदास, विजय रविदास, अशोक रविदास तथा सुखदेव रविदास आदि परिवार के घर में आग लग गया, जिससे घर मे रखे अनाज, कपड़ा, नकदी तथा आभूषण समेत लाखों रुपये मूल्य की सम्पत्ति जलकर राख हो गया। आग की लपटें इतनी भयावह थी कि ग्रामीणों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत का करनी पड़ी।
चुनाव कराने पश्चिम बंगाल गए सीआरपीएफ जवान की मौत
नवादा : पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में पहले चरण का मतदान कराने गए जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के कटनी गांव निवासी सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई। बताया जाता है कि मृतक सीआरपीएफ जवान नीलेश कुमार नीलू 214वीं बटालियन में लातेहार (झारखंड) में पदस्थापित थे, जहां से उन्हें चुनावी कार्य को लेकर पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में चुनावी ड्यूटी लगाया गया था।
गुरुवार की रात्रि बाथरूम में पैर फिसलकर अचानक गिर जाने से उनके सिर में गहरी चोंट आई । इलाज के दौरान जवान की मौत अस्पताल में हो गई। घटना की सूचना के बाद मृतक के गांव व परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक के शव के पहुंचने का इंतजार गांव व परिवार वाले कर रहे हैं।
मतदान प्रतिशत बढ़ने पर बीएलओ ने लगाया लगाम, अधिकारियों ने नहीं दिखायी रुचि
नवादा : जिले लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराकर अधिकारी भले ही खुद अपनी पीठ थपथपा ले लेकिन इस चुनाव ने कइ अनुत्तरित प्रश्न उत्पन्न छोड़ दिया गया है। सबसे बड़ा सवाल मतदान प्रतिशत कम रहना है, जिसके लिए बीएलओ से लेकर अधिकारियों को जिम्मेदार माना जा रहा है।
चुनाव आयोग ने मतदान के पूर्व मतदाताओं को घर घर मतदाता पर्ची पहुंचाने का निर्देश दिया था। जिला प्रशासन ने जिम्मेदारी बीएलओ पर छोड़ दी थी। बीएलओ ने इसकी जिम्मेदारी किसी और को सौंप अपने कर्तव्य की गति श्री कर ली। परिणाम रहा कि किसी बहुत सारे लोग पर्ची खोजते रह गये और मतदान से बंचित रह गए। फिर मतदान प्रतिशत कम होना स्वाभाविक था।
जिंदा को कर दिया मुर्दा
बीएलओ की मनमानी इतने से कम नहीं हुई। कई जिंदा को मुर्दा कर दिया तो कई का नाम ही मतदाता सूची से गायब कर दिया। फिर मतदान प्रतिशत बढ़े तो कैसे?
अधिकारियों ने भी दिखाई उदासीनता
चुनाव आयोग ने विकलांग, दिव्यांग व 85 वर्ष से उपर के मतदाताओं को घर बैठे मतदान की सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश निर्गत किया था। इसके लिये पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की थी। बीएलओ ने इनमें से अधिकांश की सूची सौंपी ही नहीं। यहां तक कि अधिकारियों ने प्रचार प्रसार तक कराना उचित नहीं समझा।
90 वर्षीय दुलार देवी, विकलांग प्रवीण कुमार, संतोष कुमार जैसे सैकड़ों मतदान से बंचित रह गये। फिर प्रतिशत सिर्फ आइकॉन द्वारा जागरूक करने से थोड़े बढ़ जायेगा? उदाहरण के लिए नगर के अंसार नगर मुहल्ले के अनीस अंसारी जो मुहल्ले के विकलांग लोगों को व्हिलचेयर पर बैठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचा रहे हैं। बावजूद प्रशासन मौन है। काश! प्रशासन इन सब बातों पर ध्यान दे पाती।
नवादा से भईया जी की रिपोर्ट