पटना/दरभंगा : बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance Investigation Bureau) ने एक बार फिर शिकंजा कसा है। योजना एवं विकास विभाग में कार्यरत कनीय अभियंता (Junior Engineer) अंसारुल हक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (DA Case) मामले में ब्यूरो की टीम ने बुधवार को एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की।
आय से 458 फीसदी अधिक संपत्ति का मामला
निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार, अंसारुल हक के खिलाफ 16 दिसंबर 2025 को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया था। जांच में पाया गया कि उन्होंने अपनी ज्ञात आय के स्रोतों से करीब 1 करोड़ 46 लाख 95 हजार 530 रुपए अधिक की संपत्ति जुटाई है। यह राशि उनकी वैध आय से लगभग 458 प्रतिशत अधिक है।
तीन शहरों के चार ठिकानों पर एक साथ दबिश
मुजफ्फरपुर स्थित निगरानी अदालत से सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद, ब्यूरो की विशेष टीमों ने आज सुबह अंसारुल हक के ठिकानों पर धावा बोला। छापेमारी निम्नलिखित स्थानों पर जारी है। दरभंगा में जे.ई. के दो अलग-अलग आवास, कार्यालय परिसर के साथ ही मधुबनी उनके पैतृक आवास (गांव) में छापेमारी की। निगरानी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि “शुरुआती जांच में आय और संपत्ति के बीच भारी अंतर पाए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों, निवेश के कागजात और नकदी का आकलन किया जा रहा है।”
भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार
इस कार्रवाई से विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। निगरानी टीम आवासों पर मौजूद अलमीरा, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात और अन्य कीमती सामानों की गहनता से जांच कर रही है। छापेमारी पूरी होने के बाद बरामद की गई कुल चल-अचल संपत्ति का वास्तविक आंकड़ा सामने आने की उम्मीद है।