नवादा : जिले में पहली बार पुलिस ने रौद्र रूप किया । जंगल में 17 काले रंग की बाइकों का झुंड फर्राटे भर रहा था। तेज रफ्तार से बाइक चला रहे युवकों ने जैसे ही पुलिस को देखा बाइक की गति और बढ़ा दी। पुलिस ने भी बाइकों का पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस से खुद को घिरता देख युवकों ने बाइक छोड़ी और जंंगल में फरार हो गए।
पुलिस ने जैसे ही बाइक को जब्त किया और बाइक पर बंधी बोरी को खोला तो पूरा मामला समझ में आ गया। मामला जिले के कौवाकोल और परनाडाबर थाना क्षेत्र का है। गश्त के दौरान पुलिस की नजर जंगल में फर्राटा भर रही 17 मोटरसाइकिलों पर पड़ी। पुलिस को देखते ही बाइक सवार युवकों ने रफ्तार और तेज कर दी। पुलिस के पीछा करने पर खुद को घिरता देख तस्करों ने सड़क पर बाइकें छोड़ दीं और जंगल की ओर भाग निकले।
बाइकों से खुला राज, बोरी में भरी थी शराब
पुलिस ने जब छोड़ी गई बाइकों को जब्त कर उन पर बंधी बोरियां खोलीं, तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। बोरियों में बड़ी मात्रा में शराब भरी हुई थी, जिसे नए साल के जश्न से पहले बाजार में खपाने की तैयारी थी।
3800 लीटर देसी और 117 लीटर विदेशी शराब बरामद
कार्रवाई में पुलिस ने कुल 3800 लीटर देसी महुआ शराब और 117 लीटर विदेशी शराब जब्त की है। जब्त शराब की बाजार में कीमत 10 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। बताया गया कि देसी महुआ शराब 200 मिलीलीटर का गिलास 100 रुपये तक में बेची जा रही थी।
17 मोटरसाइकिलें जब्त, कीमत 17 लाख से ज्यादा
शराब के साथ-साथ तस्करी में इस्तेमाल की जा रही 17 मोटरसाइकिलों को जब्त किया गया है। इन बाइकों की अनुमानित कीमत 17 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है।
डीएम-एसपी के आदेश पर संयुक्त कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, इस तस्करी में ज्यादातर युवा शामिल थे, जो झुंड बनाकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहे थे। जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) के सख्त निर्देश पर उत्पाद विभाग और पुलिस की अलग-अलग टीमों ने मिलकर यह कार्रवाई की।
जंगल के रास्तों पर बढ़ी निगरानी
शराब माफिया के इस नए तरीके के सामने आने के बाद उत्पाद विभाग और पुलिस सतर्क हो गई है। जंगल के रास्तों पर विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है और शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
भईया जी की रिपोर्ट