नवादा : नवादा नगर क्षेत्र की तीन अलग-अलग माताओं की आंखों की नींद एक ही रात में उड़ गयी। नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को तीन लापता किशोरियों के मामले में शिकायतें दर्ज हुईं। पहला मामला राजेंद्र नगर का है। मौसी के घर रह रही एक युवती सब्जी खरीदने बाजार गयी, लेकिन वापस नहीं लौटी। मां शोभा देवी ने थाने पहुंचकर बेटी की बरामदगी की गुहार लगाते हुए कहा कि अब सांस भी अटक-अटक कर चल रही है।
दूसरा मामला शिवनगर मोहल्ला का है, जहां साइबर कैफे जाने की बात कह घर से निकली एक युवती का आज तक कोई पता नहीं लगा। मां मीना कुमारी की आंखों से टपकते आंसू बताते हैं कि हर बीतता पल उनके लिए पहाड़ बन चुका है।
तीसरी घटना नगर थाना क्षेत्र के ही एक अन्य मोहल्ले की है, जहां एक नाबालिग लड़की अचानक घर से गायब हो गयी। मां ने थाने में रोते-रोते सिर्फ इतना कहा कि साहब, मेरी बच्ची कहीं मिल जाये… लेकिन, इन तीनों मामलों के बीच एक कॉमन दर्द छिपा है। बदलते समाज का अस्थिर माहौल, जहां बेटियां मोबाइल, सोशल मीडिया और क्षणिक मोह में उलझकर खुद को ऐसे रास्तों पर ले जा रही हैं, जिनका अंत अक्सर अंधेरा होता है। आज के समय में प्रेम-प्रसंग का आकर्षण बेवजह बढ़ा-चढ़कर परोसा जा रहा है।
नाबालिग और युवा लड़कियां बिना सोचे-समझे घर छोड़ देने जैसे कठोर फैसले ले रही हैं। न परिवार की इज्जत का ख्याल, न भविष्य की चिंता और न ही समाज के नियम-बंधन का कोई संकोच। ऐसी घटनाएं न सिर्फ परिवार को झकझोर देती हैं, बल्कि समाज की जड़ों को भी खोखला करती हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि बढ़ती स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि जिम्मेदारी खत्म हो जाये।नगर थाना पुलिस ने तीनों मामलों में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई आरंभ कर दी है।
भईया जी की रिपोर्ट