पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बाद अब लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेजप्रताप यादव को भी अपना सरकारी आवास खाली करना होगा। भवन निर्माण विभाग ने उन्हें भी 26 M स्ट्रैंड रोड वाला सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भेजा है। यह आवास उन्हें महुआ विधानसभा सीट से विधायक रहने के दौरान आवंटित हुआ था। लेकिन अब चुनाव हारने के बाद उनका यह सरकारी बंगला छिन गया है। नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री बने लखेंद्र रौशन को तेजप्रताप वाला बंगला आवंटित किया गया है। तेजप्रताप से पहले उनकी मां राबड़ी देवी को भी 10 सर्कुलर रोड खाली करने कहा गया है।
क्यों छिन गया आवास
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महुआ विधानसभा सीट से तेजप्रताप यादव को करारी हार मिली और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। ऐसे में अब उन्हें MLA कोटे पर मिलने वाला सरकारी आवास खाली करना पड़ेगा, क्योंकि वो अब विधायक नहीं हैं। इस बंगले को अब नीतीश सरकार में मंत्री बने भाजपा के लखेंद्र कुमार रोशन को आवंटित किया गया है, जो अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं। तेजप्रताप यादव इस समय खुद भी बड़े राजनीतिक संकट से गुजर रहे हैं। सोशल मीडिया विवाद के बाद लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। परिवार से अलग होने के बाद तेज प्रताप ने नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाई और चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
तेजप्रताप यादव से पहले भवन निर्माण विभाग ने उनकी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास खाली करने का आदेश भेजा था। राबड़ी देवी पिछले 20 वर्ष से वहां रह रही थीं। अब उन्हें बिहार विधान परिषद की सदस्य के तौर पर नया आवास संख्या 39 हार्डिंग रोड आवंटित कर दिया गया है। इसी कड़ी में अब तेजप्रताप का आवास भी सरकार ने वापस ले लिया है। हालांकि राजद ने राबड़ी से पुराना बंगला खाली कराने के आदेश को बदले की कार्रवाई करार दिया है।