बिहार महिला कांग्रेस अध्यक्ष शरवत जहां फातिमा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने टिकट ना देने को लेकर नाराजगी जताई। इसके साथ ही अब बिहार चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस में इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष शरबत जहां फातिमा ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर टिकट वितरण में गंभीर पक्षपात और अनियमितता का आरोप लगाया। वह चुनाव में खुद के लिए भी टिकट मांग रही थी लेकिन टिकट न मिलने से नाराज हो गईं थीं। आज इस्तीफे के साथ फातिमा ने पार्टी नेतृत्व और बिहार कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि टिकट वितरण में उनके साथ जानबूझकर नाइंसाफी की गई और महिलाओं की भागीदारी को नजरअंदाज किया गया।
फातिमा ने कहा कि चुनाव के दौरान बिहार कांग्रेस के लोगों ने राहुल गांधी को धोखा दिया। आजादी के बाद से अब तक बिहार की हर महिला प्रदेश अध्यक्ष को चुनाव में टिकट दिया गया, लेकिन इस बार उन्हें कोटे से बाहर कर दिया गया। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस चुनाव में महिलाओं को सिर्फ 8 फीसदी टिकट दिया गया। जब पार्टी महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो फिर टिकट के समय अनदेखी क्यों की जाती है? फातिमा ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे नेतृत्व को जमीनी कार्यकर्ताओं के सही सुझाव नहीं पहुंचाए गए। राहुल गांधी को यहां के लोगों ने गलत जानकारी दी। यहां के लोगों ने राहुल गांधी को चिट किया। उनके ही लोगों ने उन्हें धोखा दिया जिसकी वजह से चुनाव परिणाम भी प्रभावित हुए।
फातिमा लंबे समय से टिकट की उम्मीद में थीं और कई जिलों में सक्रिय चुनावी अभियान भी चला रही थीं। लेकिन पार्टी से निराशा के बाद अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस में अब असंतोष खुलकर सामने आने लगा है। जहां प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व द्वारा 43 पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, वहीं इस नोटिस से नाराज सभी नेता कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में धरने पर बैठ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्ण अलावरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को हटाने की मांग करने लगे हैं।