देश की राजधानी दिल्ली बीती शाम अचानक एक कार धमाके से दहल गई। ये ब्लास्ट लाल किले के पास मेट्रो स्टेशन के सामने एक कार में हुआ। इस ब्लास्ट में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में बिहार के समस्तीपुर जिले के 22 वर्षीय पंकज सहनी भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, पंकज समस्तीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के हसनपुर फतेहपुर वार्ड संख्या-7 के रहने वाले थे। उनके पिता रामबालक सहनी ने बताया कि पंकज दिल्ली में एक कैब सर्विस में ड्राइवर के तौर पर काम करते थे। बीती शाम को वह अपने एक रिश्तेदार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रहे थे, तभी लालकिला के पास कार ब्लास्ट की चपेट में आ गए। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि पंकज की मौके पर ही मौत हो गई।
इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसपर अफसोस जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। इसबीच बिहार निवासी पंकज सहनी के परिजनों ने बताया कि उसने अपने दादा निकेश से शाम करीब 4:30 बजे आखिरी बार बात की थी। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया था कि कपड़े नहीं धोए हैं। इसके कुछ देर बाद जब दादा ने फिर फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। रात में ब्लास्ट की खबर मिलते ही परिजन पूरी रात उन्हें ढूंढते रहे, लेकिन कोई पता नहीं चला।
मीडिया में जब कार ब्लास्ट की तस्वीरें सामने आईं तो परिवार को यह भयावह सच्चाई पता चली कि पंकज की मौत हो चुकी है। इस खबर से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। घर में मातम पसरा है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कल सोमवार की शाम को हुए इस धमाके के बाद पुलिस जांच में जुटी है। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि जिस हुंडई आई-20 कार में ब्लास्ट हुआ, वह लालकिले के निकट सुनहरी मस्जिद के पास तीन घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी थी। धमाके से कुछ मिनट पहले ही यह कार वहां से निकली थी। ब्लास्ट में अब तक 12 लोगों की मौत हुई है जबकि कई लोग घायल हैं।