विधानसभा चुनाव में लालू यादव के बड़े पुत्र तेजताप यादव राजद और परिवार से बेदखल होने के बाद अलग अपनी पार्टी बनाकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। महुआ से खुद चुनाव लड़ने के अलावा उन्होंने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। वे लगातार चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं और इसी क्रम में वे बीती शाम नवादा और गया के वजीरगंज पहुंचे थे। गया के वजीरगंज विधानसभा सीट पर प्रचार करने पहुंचे तेज प्रताप यादव उस वक्त भड़क गए, जब एक शख्स हरा गमछा लेकर उनकी सभा में पहुंच गया। तेजप्रताप जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तभी उन्हें भीड़ में एक शख्स हरे गमछे के साथ दिखाई दिया। इतना देखते ही भड़कते हुए उन्होंने कहा कि हरा गमछा उतारो। ये जयचंदवा की पार्टी का है। उतार दो गमछा, ये जनशक्ति जनता दल की सभा है। वरना सिपाही लोग उतार देंगे। हमारे यहां भगवान कृष्ण का पीला गमछा ही चलेगा।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि हमें स्मार्ट सिटी नहीं, स्मार्ट गांव बनाना होगा। यह तब होगा जब हमें जिताकर भेजेंगे। लेकिन अगर आप दूसरे के चक्कर में आ गए तो 5 साल तक कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि हरे रंग की पार्टी वाले लोग आप लोगों में भ्रम पैदा करेंगे। अभी यहां एक हरा पार्टी वाला, जयचंदवा की पार्टी वाला आ गया था, उसका गमछा हटवाये हैं। 5 जयचंद मिलकर हमें पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया। तेजप्रताप ने कहा कि हम उन्हें सलाम करना चाहते हैं क्योंकि हम अब जनता के बीच में आ गए हैं। अब जनता के बीच में काम करेंगे। जनता ही असली मालिक है। वही तय कर देगी कि कौन असली है और कौन नकली।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि जयचंदवा की पार्टी वाला सब मिलकर हमें बाहर किए हैं। लेकिन अब इनको जनता असली और नकली का सबक सिखा देगी। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने कहा कि यहां हरा गमछा नहीं चलेगा, कृष्ण भगवान का पीला गमछा चलेगा। जयचंदों की साजिश से उन्हें राजद से बाहर कर दिया गया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि असली मालिक जनता है। उन्होंने राजद वालों को बहुरुपिया कहकर संबोधित किया और कहा कि वहां जनता का नहीं, जयचंदों की मर्जी चल रही है। मैं तो अपने दम पर जनता की अदालत में न्याय मांगने आया हूं। आपलोग ही फैसला कीजिए। लेकिन कुछ लोग हैं जो पिता की पार्टी पर कब्जा कर अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं। उनका अपना क्या किया हुआ है।